Sri Lanka Presidential Election: श्रीलंका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की घोषणा कर दी गई है. श्रीलंका में अनुरा कुमारा दिसानायके ने शानदार जीत दर्ज की है. इसी के साथ उन्होंने एक इतिहास रच दिया है. श्रीलंका के इतिहास में पहली बार कोई मार्क्सवादी नेता राष्ट्रपति पद की कुर्सी पर बैठेगा.
इस चुनाव में अनुरा कुमारा दिसानायके को 53% मत मिले. वह कोलंबो जिले के सांसद हैं और राष्ट्रीय जनता शक्ति (नेशनल पीपुल्स पावर) और जनता विमुक्ति पेरमुना (जेवीपी) पार्टी का का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस चुनाव के दौरान उन्होंने लोगों से देश में महत्वपूर्ण सुधारों का वादा किया था. वहीं, उन्होंने वादा किया था कि भ्रष्टाचार विरोधी उपायों और गरीबों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
नए राष्ट्रपति के बारे में जानिए
अनुरा कुमार दिसानायके श्रीलंका के मार्क्सवादी नेता के रूप में जानें जाते हैं. साल 2019 में भी उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लडा़ था, हालांकि उनको सफलता नहीं मिली थी.अपने कॉलेज के दिनों से ही वे JVP पार्टी से जुड़े हुए हैं. वर्ष 2000 में पहली बार दिसानायके ने चुनाव लड़ा था और सांसद बने थे. वे साल 2004 से 2005 तक वे कृषि, पशुधन, भूमि और सिंचाई मंत्री भी रहे. इसी के साथ वे साल 2015 से 2018 तक मुख्य विपक्षी सचेतक रहे. दिसानायके को 2 फरवरी 2014 को JVP पार्टी के 17वें राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था.
इस बार के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान वे नेशनल पीपुल्स पावर और जनता विमुक्ति पेरमुना पार्टी की ओर से मैदान में थे. श्रीलंका के लोगों ने अनुरा कुमार दिसानायके पर भरोसा जताया है. उन्होंने इस चुनाव में 53 फीसदी मत हासिल किया है और अब वह श्रीलंका के राष्ट्रपति होंगे.
जानिए किन मुद्दों पर उन्होंने लड़ा चुनाव
अनुरा कुमार दिसानायके ने साल 2024 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में भ्रष्टाचार विरोधी उपायों और गरीबों के कल्याण के अपनी नीतियों का मुद्दा बनाया और चुनाव में प्रतिभाग किया. इस चुनाव के दौरान उन्होंने देश में कई अहम बदलावों का वादा किया था. जिसमें जीत के बाद 45 दिनों के भीतर संसद को भंग करना भी शामिल है. पूरे चुनाव के दौरान उन्होंने खुद को उदारवादी और क्रांतिकारी नेता के तौर पर पेश किया है.