Study Visa In Canada: कनाडा सरकार अपने दीर्घकालीन वीजा कार्यक्रमों को लेकर विदेशी छात्रों पर कड़ी नजर बनाए हुए है. इसी के तहत कनाडाई सरकार ने इंटरनेशनल स्टूडेंट वीजा को लेकर इस साल के शुरुआत में ही कुछ सीमाएं लागू कर दी थी, जिससे की देश में विदेशी छात्रों की संख्या को कम किया जा सके.
कनाडा सरकार के इस फैसले का मुख्य कारण देश को जीवन यापन के लिए बढ़ती लागत, आवास की कमी के साथ ही देश में बढ़ती हुई बेरोजगारी है, जिसे लेकर राष्ट्र के इमीग्रेशन मिनिस्टर मार्क मिलर ने कहा कि वे कनाडा में सभी विदेशी छात्रों को रुकने की इजाजत नहीं दे सकते. इसके साथ ही इमीग्रेशन मिनिस्टर मिलर ने कनाडा में बढती और अप्रवासी आबादी वाले क्षेत्रों में बढ़ते नस्लवाद पर चिंता भी जताई. उन्होंने कहा कि अप्रवासन पर कनाडा सरकार अपनी समझ बदल रही है.
स्वयं को एकजुट करने के लिए आना चाहिए कनाडा
मार्क मिलर ने बताया कि सरकार और अप्रवासन को लेबर बाजार की मांगों के साथ संरेखित करने के लिए प्रांतों के साथ काम कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने स्टडी वीजा को आने वाले समय में निवास या नागरिकता की गारंटी के रूप में नहीं देखे जानें पर भी जोर दिया. मार्क मिलर ने कहा कि लोगों को स्वयं को एजुकेट करने के लिए कनाडा आना चाहिए और वापस जाकर उन स्किल्स को अपने देश में वापस लगाना चाहिए.
योग्यता के अनुसार हो नौकरियां
मिलर ने यह भी कहा कि इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए जो नौकरियां उपलब्ध है वह उनकी योग्यता के अनुसार हो इसे भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है. इसके साथ ही उन्होंने कुछ प्रांतों में श्रम की कमी के चलते पोस्ट ग्रेजुएट वर्क परमिट के एलोकेशन पर सावधानी से विचार करने को भी कहा है. उन्होंने कहा कि विदेशों से अनकैप्ड या अनियंत्रित ड्रॉ का तर्क अब नहीं रह गया.