US Elections: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर इंटरनेशल स्पेस स्टेशन से ही अपना वोट डालेंगे. शुक्रवार को प्रेंस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि इसके लिए वो लोग काफी उत्साहित हैं. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी से 400 किलोमीटर से अधिक की ऊंचाई पर मौजूद है. यह पृथ्वी की निचली कक्षा में घूमता है और इस ऊंचाई पर एक चक्कर लगाने में करीब 90 मिनट यानी डेढ़ घंटे का समय लेता है. बीते कई महीनों से दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन में फंसे हुए हैं. अगले साल यानी 2025 में इनकी पृथ्वी पर वापसी की संभावना है.
अब सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अमेरिका में नवंबर 2024 के होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में दोनों ही यात्री वोट करने वाले हैं. ऐसे सवाल ये हैं कि आखिर कैसे अंतरिक्ष यात्री स्पेस से मतदान करते हैं और इसकी प्रक्रिया क्या है. तो चलिए समझते हैं.
टेक्सास ने पारित किया था कानून
साल 1997 में टेक्सास ने एक कानून पास किया था, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों को चुनावों में वोट करने का अधिकार मिला था. इस कानून के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति अंतरिक्ष में है, तो वो इलेक्ट्रॉनिक रूप से मतदान कर सकते हैं. ये कानून इसलिए बनाया गया क्योंकि नासा के अधिकतर अंतरिक्ष यात्री ह्यूस्टन, टेक्सास में निवास करते हैं.
स्पेस से कैसे करते हैं वोट?
अंतरिक्ष स्टेशन से मतदान करने की प्रक्रिया बहुत सरल है. मतदान से पहले, अंतरिक्ष यात्री तैयारी करते हैं कि वे जिस चुनाव में शामिल होना चाहते हैं, उसके लिए सभी जरूरी पेपर वर्क कर चुके हों. फिर, नासा के मिशन कंट्रोल सेंटर से एक सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक बैलट उन्हें भेजा जाता है. अंतरिक्ष यात्री को ईमेल के माध्यम से बैलट मिलता है. फिर वो उसे भरते हैं और उसे पृथ्वी पर संबंधित काउंटी क्लर्क के दफ्तर में भेज देते हैं. सुनीता और बुट्च ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वे मतदान के लिए अपनी बैलट मांग चुके हैं.
क्या पहले किसी ने किया है स्पेस से वोट?
इस प्रक्रिया की शुरुआत 1997 में हुई थी. डेविड वोल्फ पहले अंतरिक्ष यात्री थे जिन्होंने अंतरिक्ष से मतदान किया. इसके बाद से, कई अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने भी मतदान किया. सुनीता ने 2016 और 2020 में भी अंतरिक्ष से मतदान किया था. हालांकि, इस बार सुनीता और बुच को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. उनकी वापसी की योजना में बहुत देरी हो गई है. अब दोनों, फरवरी 2025 तक आईएसएस पर ही रहेंगे. बुच विलमोर ने कहा कि ये एक कठिन यात्रा रही है, लेकिन हम हर दिन अपना बेस्ट करने के लिए ट्रेंड हैं.
गौरतलब है कि, अंतरिक्ष में रहते हुए भी नासा के अंतरिक्ष यात्री अपने नागरिक कर्तव्यों को निभाने में सक्षम हैं. ये प्रक्रिया दिखाती है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के जरिए, हम अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का पालन कर सकते हैं, चाहे हम कितनी भी ऊंचाई पर क्यों न हों.
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