Syria Civil War: सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के दूत गीर पेडर्सन ने राष्ट्रपति असद के सत्ता से बाहर होने के बाद पश्चिमी प्रतिबंधों को जल्द समाप्त करने का आह्वान किया. दूत ने कहा कि राष्ट्रपति असद के पतन के बाद देश के नये नेताओं, क्षेत्रीय और वैश्विक शक्तियों ने आगे की राह बनानी शुरू कर दी है. बता दें कि साल 2011 में शांतिपूर्ण सरकार विरोधी प्रदर्शनों के खिलाफ असद की क्रूर कार्रवाई के परिणामस्वरूप सीरिया को वर्षो से अमेरिका,यूरोपीय संघ और अन्य देशों के सख्त प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है.
काफी हद तक प्रभावित हुआ पुनर्निर्माण
हालांकि बाद में ये विरोध प्रदर्शन गृह युद्ध में बदल गए थे. इस जंग में करीब पांच लाख लोग मारे गए और संख्या में लोग विस्थापित हुए थें, जिसके वजह से देश की युद्ध-पूर्व आबादी 2.3 करोड़ से घटकर आधी रह गई. वहीं, राजनीतिक समाधान के अभाव में सरकारी कब्जे वाले क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे और संपत्ति के पुनर्निर्माण को रोकने के उद्देश्य से लगाए गए प्रतिबंधों के कारण पुनर्निर्माण काफी हद तक बाधित हुआ.
प्रतिबंधो का शीघ्र होगा अंत
संयुक्त राष्ट्र के दूत गीर पेडर्सन ने दमिश्क की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रतिबंधों का शीघ्र अंत होगा, जिससे हम वास्तव में सीरिया के निर्माण के लिए एक एकजुटता देख सकें. बता दें कि पेडर्सन ने इस्लामिक आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम या एचटीएस के नेतृत्व में असद को सत्ता से बेदखल करने वाली पूर्व विपक्षी ताकतों द्वारा स्थापित नई अंतरिम सरकार के अधिकारियों से मिलने के लिए दमिश्क की यात्रा की.
विदेशों से बढ़ रहें कनेक्शन
इसी बीच वाशिंगटन में अधिकारियों ने संकेत दिया है कि बाइडन प्रशासन भी समूह के‘आतंकवादी दर्जे’ को हटाने पर सोच विचार कर रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को पुष्टि की कि अमेरिकी अधिकारी सीरियाई विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के साथ संपर्क में हैं, जो असद सरकार को अपदस्थ कर चुका है. वहीं, फ्रांस भी दमिश्क में अचल संपत्ति पर फिर से कब्जा करने के साथ-साथ नए अधिकारियों के साथ प्रारंभिक संपर्क स्थापित करने के लिए आने वाली है.
इसे भी पढें:- भारतीयों के लिए व्लादिमीर पुतिन का बड़ा तोहफा, साल 2025 से वीजा फ्री होगा रूस यात्रा