Syria Conflict: सीरिया के मौजूदा हालात पर पूरी दुनिया की नजर है. क्योकि यह पश्चिम एशिया में अपनी भौगोकि स्थिति के वजह से बेहद अहम राष्ट्र है. सीरिया में विद्राही संगठनों ने बशर अल असद सरकार को उखाड़ फेंका है और राजाधनी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है. इस मुस्लिम मुल्क के ताजा हालात पर भारत के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि भारत सरकार सीरिया में जारी घटनाक्रम पर करीब से नज़र रखे हुए है.
सीरिया पर MEA का बयान
एक्स पर रणधीर जायसवाल ने लिखा, ‘सीरिया की क्षेत्रीय संप्रभुता, अखंडता और एकता को बनाए रखने के लिए सभी पक्षों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है. सीरिया में मौजूद सभी समुदायों की आकांक्षा और हितों की रक्षा और सम्मान करने वाली शांतिपूर्ण और इन्क्लूसिव सरकार बननी चाहिए.’ भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि दमिश्क में मौजूद एंबेसी, भारतीय समुदाय की रक्षा और सुरक्षा के लिए उनके साथ संपर्क में है. जानकारी दें कि इस देश में भारतीय नागरिकों की संख्या 100 से भी कम है.
क्या हुआ सीरिया में?
मुस्लिम देश सीरिया में करीब 50 साल के असद परिवार के शासन का खात्मा हो गया है. राष्ट्रपति बशर अल-असद की नीतियों की नाराज़ होकर देश की जनता ने साल 2011 में विद्रोह शुरू किया था. फिर धीरे-धीरे यह गृह युद्ध में बदल गया.
साल 2020 में रूस के नेतृत्व में विद्रोही गुटों और असद सरकार के बीच संघर्ष विराम हुआ था लेकिन करीब 4 साल बाद हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व में विद्रोही संगठनों ने एक बार फिर असद सरकार के खिलाफ विद्रोह शुरू किया और साल 2024 में महज 11 दिनों में ही असद सरकार का तख्तापलट कर राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया.
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