Syria Jolani Photo Controversy: सीरिया में असद सरकार का पतन कराने वाले HTS लीडर अबु मोहम्मद अल-जुलानी की एक महिला के साथ तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर पर जमकर विवाद हो रहा है. विद्राही गुट के नेता के इस तस्वीर पर उदारवादी और कट्टरपंथी दोनों ही तरह के लोग आलोचना कर रहे हैं.
महिला को सिर ढंकने को कहा…
दरअसल सीरिया के मेज्जा शहर में एक महिला HTS नेता जुलानी के साथ तस्वीर लेना चाह रही थी. इस दौरान जुलानी महिला को हुडी सिर पर रखने के लिए कहते हैं. जानकारी के अनुसार, यह फोटो 10 दिसंबर को ली गई थी लेकिन इस पूरी घटना का वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में जुलानी महिला से बालों को ढंकने का अनुरोध करते दिख रहे हैं.
– She wanted to take a selfie with him and he asked her to put a hoodie on!
– There was a straight man who said he found Jolani hot 😂
– There is a Lebanese Christian woman going Gaga over him
People crying over this, don’t realise that Jolani’s P.R won…deal with it! pic.twitter.com/ekltPtvw44
— Omar Abbas Hyat | ഒമർ അബ്ബാസ് (@OmarAbbasHyat) December 13, 2024
उदारवादी और कट्टरपंथी कर रहे आलोचना
एचटीएस नेता के इस फोटो पर उदारवादी और कट्टरपंथी दोनों ही तरह के लोग आलोचना कर रहे हैं. उदारवादी सुन्नी इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेता के इस अनुरोध को एक संकेत के रूप में देख रहे हैं. लोगों का कहना है कि जुलानी, बशर अल-असद सरकार को गिराने के बाद सीरिया में इस्लामी व्यवस्था लागू करने की कोशिश कर सकते हैं. कट्टरपंथी रूढ़िवादियों ने महिला के साथ फोटो खिंचवाने के लिए जुलानी की आलोचना की है.
HTS लीडर ने दी सफाई
इस तस्वीर को लेकर उठ रहे सवालों पर जुलानी ने बीबीसी के जेरेमी बोवेन के साथ एक इंटरव्यू में सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि मैंने उस महिला को सिर ढंकने के लिए मजबूर नहीं किया, लेकिन यह मेरी व्यक्तिगत स्वतंत्रता है कि मैं चाहता हूं कि मेरी तस्वीरें इस तरह से ली जाएं, जो मुझे सूट करें.’
वहीं फोटो में दिख रही महिला लिया खैराल्लाह ने भी कहा है कि उन्हें एचटीएस लीडर के सिर ढंकने के अनुरोध से परेशानी नहीं हुई. खैराल्लाह ने कहा कि उन्होंने विनम्र और पिता के समान तरीके से पूछा था. महिला ने आगे कहा कि ‘मैंने सोचा कि किसी नेता को उस तरह से पेश किए जाने का अधिकार है, जैसा वह उचित समझे.’
महिला के साथ तस्वीर पर विवाद क्यों?
सीरिया में सुन्नी मुस्लिमों अधिक हैं. इनके अलावा अलवाइत, ईसाई, ड्रूज़ और इस्माइली समुदाय के लोग भी रहते हैं. असद सरकार का तख्तापलट करने के बाद अपने पहले बयान में विद्रोही गुटों ने कहा था कि वे महिलाओं पर कोई धार्मिक ड्रेस कोड नहीं थोपेंगे. साथ ही सीरिया के सभी समुदाय के लोगों के लिए व्यक्तिगत स्वतंत्रता की गारंटी देने का भी वादा किया था.
ये भी पढ़ें :- भारत के खिलाफ मोहम्मद यूनुस के सलाहकार महफूज आलम ने उगला जहर, विदेश मंत्रालय ने की कड़ी टिप्पणी