Syria: सीरिया में बशर अल असद का तख्तापलट हो चुका है. अब देश की कमान हयात तहरी अल शाम (HTS) के चीफ अबू मोहम्मद अल जुलानी (अहमद अल-शरा) ने संभाला है. हालांकि अभी तक असद के जाने के बाद किसी की भी सरकार नहीं बनी है.
अब एचटीएस चीफ जुलानी ने इजराल को लेकर बड़ा बयान दिया है. द टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में जुलानी ने कहा कि वे सीरिया को इजरायल या किसी और देश पर हमला करने के लिए लांच पैड नहीं बनने देंगे. इसके साथ ही उन्होंने इजरायल से सीरिया पर जारी हमले रोकने का अह्वान किया.
हम 1974 के समझौते के लिए प्रतिबद्ध…
जुलानी ने कहा कि इजरायल हमलों के पीछे हिजबुल्लाह और ईरानी मिलिशिया की मौजूदगी का जस्टिफिकेशन देता था. अब ये जस्टिफिकेशन खत्म हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि हम 1974 के समझौते के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम संयुक्त राष्ट्र (मॉनीटर) को वापस करने के लिए तैयार हैं.
इजरायल के साथ नहीं चाहते विवाद
इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हम इजरायल या किसी और के साथ कोई संघर्ष नहीं चाहते हैं. हम सीरिया को हमलों के लिए लॉन्च पैड के रूप में इस्तेमाल नहीं होने देंगे. सीरियाई लोगों को एक विराम की आवश्यकता है, हमले बंद होने चाहिए और इजरायल को अपनी पिछली स्थिति में वापस जाना होगा.
प्रतिबंध हटाने की मांग
HTS चीफ जुलानी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और पश्चिमी देशों से असद के कार्यकाल के दौरान लगाए गए सीरिया पर बैन को हटाने की मांग की है. उन्होंने तर्क दिया कि ये प्रतिबंध सीरिया के पुनर्निर्माण में बाधा डाल रहे हैं और अब यह उचित भी नहीं हैं.
अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का वादा
जुलानी ने अल्पसंख्यकों के साथ एचटीएस के व्यवहार के बारे में चिंताओं के जवाब में कहा कि उन्होंने समुदाय के नेताओं से मुलाकात की हैं और उन्हें आश्वस्त किया हैं. बता दें कि सीरिया के अल्पसंख्यकों में ईसाई, ड्रूज़ और असद के अलावी संप्रदाय समेत कई अल्पसंख्यक समुदाय आते हैं.
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