Taiwan-China Relation: ताइवान और चीन के संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. इसी बीच खबर है कि चीन ने एक बार फिर दादागिरी दिखाते हुए ताइवान के आसपास 41 चीनी सैन्य विमान उड़ाएं है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने 24 घंटे के दौरान द्वीप के आसपास 41 चीनी सैन्य विमानों को डिटेक्ट किया है.
ताइवान पर बढ़ा दबाव
बता दें कि एक दिन पहले चीन ने कहा था कि जो ताइवान की स्वतंत्रता की मांग करेगा उसे मौत की सजा का सामना करना पड़ सकता है. मालूम हो कि चीन स्व-शासित लोकतंत्र ताइवान को अपना हिस्सा मानता है. हमेशा से ही चीन का कहना है कि वह इसे बीजिंग के नियंत्रण में लाने के लिए बल का उपयोग करने से भी पीछे नहीं हटेगा. इन्हीं बयानों के वजह से हाल के सालों में ताइवान पर दबाव बढ़ा है.
न्यायिक गाइडलाइन जारी करने के बाद घुसपैठ
सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ताजा घुसपैठ शुक्रवार को चीन द्वारा न्यायिक गाइडलाइन जारी किए जाने के बाद हुई है, जिसमें ताइवान की स्वतंत्रता के ‘कट्टर’ समर्थकों के लिए मौत की सजा का प्रावधान शामिल है. चीन ने ताइवान को अमेरिका से नजदीकी बढ़ाने को लेकर भी धमकी दी है. वहीं चीन की इन धमकियों के बावजूद ताइवान के राष्ट्रपति ने ताइवान को सभी खतरों से निपटने के लिए सक्षम बताया है.
चीन का युद्धभ्यास
पिछले महीने ताइवान के नए राष्ट्रपति लाइ चिंग-ते की उद्घाटन भाषण में चीन से ताइवान के अस्तित्व को स्वीकारने का आग्रह किया था. जिसके बाद से ही इसमें बीच तनाव और बढ़ा है. राष्ट्रपति के भाषण के बाद ही चीन ने द्वीप के आसपास एक बड़ा युद्धाभ्यास किया था. बीते महीने 25 मई को ताइवान के आसपास 24 घंटों में चीनी सेना के 62 सैन्य विमान मंडराए थे. ये इस साल एक दिन में दिखाई दिए चीनी विमानों की सबसे बड़ी संख्या थी.
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