Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान के साथ चीन का हाथ, साजिश का मिला जिंदा सबूत

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Jammu Kashmir Terror Attack: पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर से लगातार आतंकी हमले की खबरें सामने आ रही हैं. चार दिनों के भीतर जम्मू के तीन जिलों में चार आतंकी हमले हुए हैं. आतंकी हमलों के बाद सुरक्षाबल एक्शन में आ चुके हैं. पूरा इलाका हाई अलर्ट पर है. जम्मू-कश्मीर में हुए इस हमले के पीछे न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का भी हाथ है. आइए जानते हैं भारत में हुए इस आतंकी हमले का चीन और पाकिस्तान कनेक्शन क्यों है?

पाकिस्तान और चीन की साजिश

दरअसल, हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए हमले में हम पाकिस्तान के साथ चीन का समर्थन इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि हमले से ठीक पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 4 से 8 जून के बीच कई दौर की लंबी-लंबी बैठकें और मुलाकातें कीं. इस दौरान दोनों देशों ने जम्मू-कश्मीर को लेकर भी बात की. इस बैठक के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में अचानक से इजाफा हुआ है. ऐसे में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को इसमें पाकिस्तान और चीन की साजिश लग रही है.

पाकिस्तान के साथ चीन का हाथ

भारत, पाकिस्तान के आतंकवाद का भुक्तभोगी लंबे समय से रहा है. कुछ महीनों पहले TRF ने घात लगाकर किए गए हमले का फुटेज जारी किया था, जिसमें एक आतंकवादी के हाथ में नीले रंग का चीन में बना यानी मेड इन चाइना P-86 हैंड ग्रेनेड पकड़े देखा गया था. कठुआ में मारे गए आतंकवादियों के पास से भी ऐसे ही हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं. इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भारत में हुए इस आंतकी हमले में पाकिस्तान के साथ चीन का भी हाथ है.

हमले का चीन-पाकिस्तान कनेक्शन?

  • शहबाज शरीफ 4 से 8 जून तक चीन में रहे.
  • चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की.
  • 7 जून को जिनपिंग से शहबाज की लंबी बैठक.
  • बैठक में शहबाज ने कश्मीर मुद्दा उठाया.
  • कश्मीर से जुड़े मुद्दो पर जिनपिंग से बात की.

चार दिन में 4 हमले

दरअसल, रविवार (9 जून) से अब तक जम्मू के अलग-अलग जिलों में चार आतंकी घटनाएं सामने आ चुकी हैं. सबसे पहले रियासी में बस पर हमला हुआ, फिर कठुआ में आतंकियों ने कायराना हरकत की. इसके बाद डोडा में दो जगह अटैक को अंजाम दिया गया. आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. कठुआ, डोडा, भ्रद्रवाह, बांदीपोरा, अनंतनाग या किसी भी शहर की बात करें तो यहां सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस किसी भी तरह के आंतकवादी हमले को रोकने के लिए मुस्तैद है. माना जा रहा है कि आतंकी डोडा जिले के भद्रवाह, थाथरी, गंडोह के ऊपरी इलाकों में एक्टिव हैं.

 

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