इजरायली हमले का खतरा, ईरान ने पहली बार तैनात किया चीन का साइलेंट हंटर

Raginee Rai
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Israel Iran Conflict: ईरान इजरायल के हमले के खतरे के बीच अपने सभी रक्षात्‍मक हथियारों को अलर्ट मोड में रखा हुआ है. लेटेस्‍ट तस्‍वीरों से खुलासा हुआ है कि ईरान चीन का एंट्री ड्रोन लेजन वेपन को तैनात कर दिया है. चीन से खरीदे हुए लेजर डायरेक्‍टेड एनर्जी वेपन देखने में साइलेंट हंटर की तरह है. चीन का एंटी ड्रोन सिस्‍टम दुश्‍मन के ड्रोन को चक्‍कर में डाल सकता है. वहीं कुछ परिस्थितियों में यह लेजर सिस्‍टम ड्रोन को मार गिरा भी सकता है. चीनी एंटी ड्रोन लेजर वेपन के अलावा कई और एंटी ड्रोन सिस्‍टम को भी तैनात किया है. दरअसल इजरायल पर सैकड़ो मिसाइलों की बारिश करने के बाद अब ईरान को डर सता रहा है कि यहूदी देश कभी भी पलटवार कर सकता है.

ड्रोन सिस्‍टम की तैनाती की तस्‍वीरें वायरल

तेहरान में ड्रोन सिस्टम की तैनाती की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. इस सिस्‍टम को तब तैनात किया गया था जब ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्‍ला खामनेई शुक्रवार को नमाज अदा करने और तकरीर करने पहुंचे थे. माना जा रहा है कि ईरान को डर सता रहा था कि इजरायल खामेनेई पर हमला कर सकता है. इस तकरीर में खामेनेई ने इजरायल पर मिसाइलों की बारिश करने के फैसले का बचाव किया था.

ईरान ने पहली बार तैनात किया चीन का साइलेंट हंटर  

बताया जा रहा है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब ईरान ने चीन के बने साइलेंट हंटर को तैनात किया है. यह सिस्‍टम लक्ष्‍य के आधार पर 5 किमी तक निशाना साधने सकता है. यह ड्रोन सिस्‍टम एक ट्रक पर लगाया गया है. इसमें एक रडार लगा होता है जो ड्रोन की पहचान करके उसे ट्रैक करता है. चीन का दावा है कि यह ड्रोन सिस्‍टम 5 किमी दूर से ड्रोन की पहचान करने में सक्षम है.

चीन का लेजर वेपन कितना खतरनाक?

चीन के अनुसार, इस लेजर सिस्‍टम में 10 से 20 किलोवाट पावर रेंज होती है. यह लेजर सिस्‍टम ड्रोन को अंधा करने की क्षमता रखता है. इसके साथ ही 3 किमी तक यह ड्रोन को चक्‍कर में डालने में सक्षम है. इसके अलावा यह सिस्‍टम डेढ़ किमी की रेंज में कुछ लक्ष्‍यों को नष्‍ट कर सकता है. चीन का कहना है कि यह लेजर एक बार में 3 मिनट तक काम कर सकता है. इसके बाद इसे चार्ज होने में 5 मिनट का समय लगता है. फिर यह दोबारा हमला करने के लिए तैयार है. विश्‍लेषकों के मुताबिक, ड्रोन को चक्‍कर में डाल देना भी बहुत खास है. इस तरह के एंटी ड्रोन सिस्‍टम चीन ने सऊदी अरब सहित कई देशों को बेचे हैं.

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