ट्रूडो के खालिस्तान प्रेम से कनाडा में हिंदुओं को खतरा… भारतीय मूल के सांसद का बड़ा खुलासा

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Canada: कनाडा में खालिस्‍तानी चरमपंथियों के खतरे के वजह से कनाडाई हिंदू समुदाय डरा हुआ है. इसका खुलासा करते हुए कनाडाई सांसद चंद्रा आर्या ने कहा कि हिंदू होने के नाते वह खुद इन चीजों को महसूस कर रहे हैं. इसके साथ ही चंद्रा आर्या ने खालिस्‍तानियों को राजनीतिक संरक्षण मिलने का भी खुलासा किया है. मालूम हो कि भारत और कनाडा के बीच जारी तनाव से कारण दोनों देशों के संबंधों में भारी गिरावट देखने को मिली है. इसी बीच चंद्रा आर्या ने हिंदुओ की सुरक्षा को लेकर चिंता व्‍यक्‍त की है.

हिंदुओं की उपेक्षा का आरोप

कनाडाई सांसद चंद्रा आर्या ने ट्रूडो के खालिस्‍तान प्रेम की पोल खोली है. चंद्रा आर्या ने कहा कि ‘मैंने हाल ही में हुए घटनाक्रमों के बारे में कनाडा भर के हिंदुओं की चिंताओं को सुना है. एक हिंदू सांसद के रूप में मैंने भी इन चिंताओं का प्रत्यक्ष अनुभव किया है.’

चंद्रा आर्या ने बताया कि पिछले सप्ताह ही एक हिंदू कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उन्हें रॉयल कनैडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) की सुरक्षा में जाना पड़ा था, क्योंकि खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों के एक ग्रुप ने उनके खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया था.  उन्‍होंने आगे कहा कि कनाडा में हमने खालिस्तानी हिंसक उग्रवाद की गंभीर समस्या को पहचाना है.

खालिस्तानियों को राजनीतिक संरक्षण

चंद्रा आर्या ने द ग्लोब एंड मेल में प्रकाशित एक लेख का हवाला दिया, जिसमें कनाडाई राजनेताओं के ऐसी रैलियों में शामिह होने की गतिविधियों का जिक्र किया गया था, जिसमें आतंकियों का महिमामंडन किया जाता है और आतंकवादी हमलों की तारीफ की जाती है. कनाडाई अखबार ने लिखा था, ‘इस देश के और सभी देशों के राजनीतिक नेताओं को दूसरे देशों में अलगाववादी आंदोलनों को प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए. मुख्‍य रूप से जो हिंसा का समर्थन करते हैं या उसमें शामिल होते हैं.’

खतरे को लेकर किया आगाह

कनाडा के सांसद चंद्रा आर्य ने कहा कि उग्रवाद और आतंकवाद राष्ट्रीय सीमाओं को नहीं पहचानते. खालिस्तानी हिंसक चरमपंथ पर हम उम्मीद करते हैं कि हमारी संघीय सरकार और उसकी एजेंसियां हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए अन्य प्रभावित देशों के साथ सहयोग करेंगी.’ उन्होंने कनाडा में खालिस्तानी उग्रवाद के खतरों के खत्म करने के महत्व पर जोर दिया. साथ ही इसे प्रभावी ढंग से संबोधित करने के प्रयासों को शुरू करने को कहा.

कनाडाई हिंदुओं से अपील

कनाडाई हिंदुओं को संबोधित करते हुए चंद्रा आर्या ने कहा कि ‘हम इस देश के सबसे शिक्षित और सफल समुदायों में से एक हैं. जो कनाडा की प्रगति में काफी योगदान दे रहे हैं. इसके बाद भी,  हमारे लो प्रोफाइल को अक्सर राजनेता हमारी कमजोरी समझ बैठते हैं. आर्या ने हिंदुओ की ओर से वकालत करने की कसम खाई. साथ ही उन्‍होंने कहा कि मेरे अकेले प्रयास काफी नहीं हैं. हमारी चिंताओं को दूर करने का एकमात्र तरीका यह है कि हिंदू कनाडाई अपनी आवाज उठाएं और सभी राजनेताओं को जवाबदेह ठहराएं. साथ मिलकर हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारी सुरक्षा और हितों की रक्षा हो.’

पीएम ट्रूडो की आलोचना

इस बीच, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो की आलोचना होने लगी है. लिबरल पार्टी के सांसद सीन केसी ने जस्टिन ट्रूडो से इस्तीफा देने की मांग की है. वहीं,पन्नू ने चंद्रा आर्या को लगातार धमकी देते हुए कनाडा छोड़कर भारत लौटने को कहा है. पन्नू के मुताबिक चंद्रा आर्या कनाडा में भारत के एजेंडे का प्रचार कर रहे हैं और खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ काम कर रहे हैं. इस संदर्भ में कनाडा और भारत के बीच बढ़ता तनाव न केवल पॉलिटिकल लेवल पर बल्कि सामाजिक और सांप्रदायिक दृष्टिकोण से भी एक गंभीर मुद्दा बना गया है.

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