TikTok Ban: अमेरिका के बाद अब अल्बानिया में भी चाइनजी एप टिकटॉक को बंद करने का ऐलान किया गया है. अल्बानियाई पीएम एडी रामा का कहना है कि इस ऐप पर सिर्फ कीचड़ और कचरा दिखता है. ऐसे में उन्होंने साल 2025 से लेकर एक साल के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
दरअसल, हाल ही में तिराना में शिक्षकों, अभिभावकों और मनोवैज्ञानिकों के साथ पीएम एडी रामा ने बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो एक साल में इस ऐप को देश से बाहर निकाल देंगे और इसके बदले वो छात्रों की शिक्षा के लिए कार्यक्रम शुरू करेगी. साथ ही अभिभावकों की मदद के लिए भी योजना लाई जाएगी.
बच्चें ही नहीं पूरे समाज को इससे समस्या
उन्होंने कहा कि चीन में टिकटॉक का इस्तेमाल पाठ्यक्रम और शिक्षा संबंधी पहलों के लिए किया जाता है. इसपर बताया जाता है कि छात्र किस प्रकार पाठ्यक्रम ले सकते हैं? प्रकृति की रक्षा कैसे की जा सकती है? परंपराओं को कैसे कायम रखा जा सकता है? लेकिन चीन के बाहर टिकटॉक पर हमें केवल गंदगी और कीचड़ नजर आता है. ऐसे में आखिर हमें इसकी जरूरत क्या है? इससे सिर्फ बच्चों को ही नहीं, पूरे समाज को समस्या है.
भारत में बैन है टिकटॉक
बता दें कि अमेरिका और अल्बानिया में टिकटॉक बैन होंने से पहले ही कई देशों में इसपर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. टिकटॉक को बैन करने वाले देशों में सबसे पहला नाम भारत का है. इसने जून 2020 में ही राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए टिकटॉक के साथ 58 एप्स को बैन कर दिया था. हालांकि भारत के अलावा अफगानिस्तान, ईरान, इंडोनेशिया, किर्गीस्तान, ऑस्ट्रेलिया, रुस, यूनाइटेड किंगडम, बेल्जियम, डेनमार्क, कनाडा, न्यूजीलैंड, ताइवान, माल्टा, फ्रांस, नॉर्वे और लातविया ने भी टिकटॉक को बैन कर रखा है.
अमेरिकी सांसद कर चुके टिकटॉक को हटाने की मांग
वहीं, अमेरिकी सांसद भी लंबे समय से टिकटॉक को ब्लॉक करने की मांग कर रहे है. इतना ही नहीं, भारतीय-अमेरिकी राजा कृष्णमूर्ति समेत दो अमेरिकी सांसदों ने एपल और गूगल से अगले हफ्ते अपने एप स्टोर से टिकटॉक हटाने के लिए भी कहा है.
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