trump 2.0: भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने भारतीय पत्रकारों के समूह की प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘मैंने जो देखा वह वास्तव में एक बहुत ही आत्मविश्वासी और उत्साहित आने वाला प्रशासन था. मेरा मतलब है कि यह भावना कि ‘देखिए, हमें काम पूरा करना है’.’
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत सरकार के प्रतिनिधि थे. इस दौरान शपथ ग्रहण के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ बैठकें कीं और एक बहुपक्षीय क्वाड बैठक में भाग लिया, इसके अलावा नए ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत की.
‘अमेरिकी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री के बीच अच्छा रिश्ता’
इसके बाद उन्होंने भारतय प्रत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री के बीच बहुत अच्छा रिश्ता है. दोनों का साथ मिलकर काम करने का इतिहास रहा है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बीते 48 घंटों में मैंने जो उत्साह और आत्मविश्वास देखा है, उसे देखते हुए मुझे लगता है कि यह एक असाधारण रूप से सक्रिय प्रशासन है.
‘अवैध भारतीयों की वैध वापसी के लिए तैयार भारत’
विदेश मंत्री ने कहा कि केवल पिछले 48 घंटे ही नहीं, बल्कि वे पदभार संभालने से पहले भी बहुत सक्रिय थे. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा अवैध भारतीयों की वैध वापसी के लिए तैयार है. हालांकि नई दिल्ली अभी भी अमेरिका से उन लोगों की पुष्टि करने की प्रक्रिया में है जिन्हें भारत भेजा जा सकता है और ऐसे व्यक्तियों की संख्या अभी निर्धारित नहीं की जा सकती है.
जयशंकर ने कहा कि एक सरकार के रूप में, हम स्पष्ट रूप से कानूनी गतिशीलता के बहुत समर्थक हैं क्योंकि हम वैश्विक कार्यस्थल में विश्वास करते हैं. हम चाहते हैं कि भारतीय प्रतिभा और भारतीय कौशल को वैश्विक स्तर पर अधिकतम अवसर मिले. इसके साथ हम इस बात पर भी दृढ़ता से कायम हैं कि हम कानूनी गतिशीलता के पक्ष में हैं.
‘अवैध आवागमन और प्रवास का हम विरोध करते हैं’
एस. जयशंकर ने बातचीत के दौरान कहा कि हम अवैध आवागमन और अवैध प्रवास का विरोध करते हैं.क्योंकि आप भी जानते हैं कि जब कोई अवैध काम होता है, तो उसके साथ कई अन्य अवैध गतिविधियां भी जुड़ जाती हैं, जो वांछनीय नहीं है, जो निश्चित रूप से प्रतिष्ठा के लिहाज से अच्छा नहीं है. यही वजह है कि प्रत्येक देश के साथ, और अमेरिका कोई अपवाद नहीं है, हमने हमेशा यह कहा है कि यदि हमारा कोई नागरिक वहां अवैध रूप से है, और यदि हमें यकीन है कि वे हमारे नागरिक हैं, तो हम हमेशा उनकी वैध भारत वापसी के लिए तैयार हैं’.
‘बांग्लादेश की स्थिति पर हुई चर्चा’
विदेश मंत्री ने बताया कि उन्होंने नवनियुक्त अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर संक्षिप्त चर्चा की. जयशंकर ने कहा कि मैंने इस अवसर पर कई मुद्दों पर बात नहीं कि, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि सैन फ्रांसिस्को में हमारे वाणिज्य दूतावास पर हमला एक बहुत ही गंभीर मामला है, जिसके लिए हम जवाबदेही की उम्मीद करते हैं साथ ही हम यह देखना चाहेंगे कि जिन लोगों ने ऐसा किया, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए.’
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