Trump Attack: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जुलाई में चुनावी रैली के दौरान हुए हमले में बड़ा खुलासा हुआ है. ट्रंप पर फायरिंग मामले में पाकिस्तान का कनेक्शन होने की बात सामने आई है. अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI ने ट्रंप की हत्या की साजिश रचने के आरोप आसिफ मर्चेंट नाम के एक पाकिस्तानी को गिरफ्तार किया है. आसिफ मर्चेंट की गिरफ्तारी से यह मामला फिर से तूल पकड़ लिया है. सीएनएन ने अमेरिकी अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि FBI का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप और अन्य वर्तमान और पूर्व अमेरिकी सरकारी अधिकारी को निशाना बनाने की साजिश रची गई. आसिफ पर न्यूयार्क संघीय कोर्ट में हत्या का आरोप लगाया गया.
संदेह के घेरे में एफबीआई की कार्रवाई
एफबीआई के अनुसार, 46 साल के आसिफ मर्चेंट ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की हत्या के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को हायर किया था. उसने उसे पांच हजार अमेरिकी डॉलर यानी 4.19 लाख रुपये एडवांस में दिए थे. एफबीआई ने बताया कि आसिफ 12 जुलाई को अमेरिका से भागने की फिराक में था, जिसे वक्त रहते पकड़ लिया गया. इसके साथ ही एफबीआई का दावा है कि ईरान ने आसिफ को अमेरिका भेजा था. बताया जाता है कि आसिफ एक अंडर कवर एजेंट भी है.
सीक्रेट सर्विस को बचाने का आरोप
बता दें कि इससे पहले भी एफबीआई ने खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या मामले में भारत पर आरोप लगाया था, हालांकि वह अभी तक आरोप सिद्ध नहीं कर पाया है. ऐसे में ट्रंप पर हमले मामले में पाकिस्तान और ईरान का एंगल लाना संदेह के घेरे में है. एफबीआई पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि जब 12 जुलाई को आसिफ मर्चेंट को पकड़ लिया गया था और हमले की आशंका थी तो पहले ही जरूरी कदम क्यों नहीं उठाए गए? सीक्रेट सर्विस पर ट्रंप की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी. जिस तरीके से एफबीआई ने इस हमले में ईरान और पाकिस्तान को घसीटा है, उससे ऐसा लग रहा है कि वह सीक्रेट सर्विस को उसकी जवाबदेही से बचाना चाहती है.
जुलाई में पूर्व राष्ट्रपति पर हुआ था हमला
मालूम हो कि 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उनपर फायरिंग किया गया. हमले में गोली ट्रंप को दाहिने कान को छुते हुए निकल गई थी. हमला 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने किया था. हमलावर को तुरंत ही ढेर कर दिया गया. इस हमले में डोनाल्ड ट्रंप बाल बाल बचे थे. वहीं अब पाकिस्तानी नागरिक का गिरफ्तार होना इस मामले में एक नया मोड़ है. वहीं हत्या की साजिश में पाकिस्तान का कनेक्शन होने की बात कही जा रही है.
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