Trump Attack: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 13 जुलाई को जानलेवा हमला हुआ था. पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली में हुई फायरिंग में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप बाल बाल बचे. हमले के बाद से ही हर दिन नया खुलासा हो रहा है. वहीं सभी सुविधाओं से लैस अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों का हमले को न रोक पाने पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. हमले की जांच में सामने आया है कि हमला करने वाले ने पहले ही एक गेमिंग वेबसाइट पर कोड के जरिए ट्रंप पर हमले की डेट बता दी थी.
दरअसल, हमले की जांच करने वाली एजेंसी को शूटर का लैपटॉप मिला है. जिसकी जांच में पता चला है कि शूटर मैथ्यू क्रूक्स ने एक गेमिंग वेबसाइट पर लिखा था कि “13 जुलाई को मेरा प्रीमियर होगा, देखना कैसा होता है.” इस दिन ही ही 20 साल के शूटर ने ट्रंप पर एक रैली के दौरान फायरिंग की. गनीमत रही कि गोली ट्रंप के कान को छूते हुए पार हो गई और उन्हें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
कई दिन पहले से कर रहा था तैयारी
जांच के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने के लिए थॉमस मैथ्यू कई सप्ताह पहले से ही तैयारी कर रहा था. उसके लैपटॉप की सर्च हिस्ट्री में ट्रंप की रैली की लोकेशन के बारे में भी पता किया गया था. मैथ्यू ने घर बैठे ही ट्रंप की रैली की पूरी लोकेशन की जानकारी ले ली थी. उसके हमले के अंदाज से लग रहा है कि उसने रैली में तैनात होने वाले सुरक्षा घेरे पर भी पहले से ही नजर बनाए रखी थी. हालांकि अभी तक हमले के पीछे क्या वजह थी, इसका पता नहीं चल पाया है. लेकिन इस घटना ने अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की पोल खोल दी है. रैली के दौरान उस स्थल के आसपास लगे कैमरों में हमलावर को साफ देखा गया है, लेकिन फिर भी उसे रोकने के लिए सीक्रेट सर्विस एजेंट ने कोई कदम नहीं उठाया.
स्नाइपर्स को नजर नहीं आया हमलावर
इस घटना में चौंकाने वाली बात ये है कि जिस इमारत से शूटर ने ट्रंप पर फायरिंग की थी, उससे केवल 100 मीटर दूर की इमारत पर सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर तैनात थे. शूटर ने ट्रंप पर लगभग 8 राउंड फायर किए, जिसमें एक गोली उनके कान को छू कर पार कर गई. हमले में दो ट्रंप समर्थक घायल हुए और एक की जान चली गई. हालांकि, फायरिंग के कुछ ही सेकंड बाद स्नाइपर ने हमलावर थॉमस मैथ्यू को मार गिराया.
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