Violent in Bangladesh: बांग्लादेश में इन दिनों आरक्षण को लेकर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. इस हिंसक प्रदर्शन में कई लोगों की जान गई है तो कई लोग घायल हुए हैं. बांग्लादेश के आरक्षण का मुद्दा सिर्फ यहीं तक नहीं सीमित है, बल्कि आरक्षण का मुद्दा संयुक्त अरब अमीरात जा पहुंचा है. दरअसल, बांग्लादेशी प्रवासियों ने यूएई में प्रदर्शनों के बैन होने के बाद भी विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिसके बाद कई प्रवासियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
यूएई में प्रदर्शन बैन
बता दें कि यूएई में भारतीय और पाकिस्तानियों के अलावा बांग्लादेशी प्रवासी सबसे ज्यादा रहते हैं. बांग्लादेश में हो रहे आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन के सपोर्ट में यूएई में भी बांग्लादेशी प्रवासी प्रदर्शन करने लगे. जिसके बाद कई बांग्लादेशी प्रवासियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, क्योंकि यूएई में प्रदर्शनों को बैन किया गया है.
जानिए क्या बोले यूएई के अधिकारी
यूएई की मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी गिरफ्तार प्रवासियों पर सार्वजनिक स्थान पर इकट्ठा होकर अशांति भड़काने के इरादे से अपनी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आरोप लगाया गया है. हालांकि, अभी तक कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है इस बात का खुलासा नहीं किया गया है. यूएई के अधिकारियों ने किसी भी बयान में ये जानकारी नहीं दी है कि यह विरोध प्रदर्शन कब और कहां हुआ या कितने लोगों पर संदेह है कि उन्होंने हिंसा की है.
जानिए क्यों हो रहा प्रदर्शन?
ज्ञात हो कि बांग्लादेश में आरक्षण व्यवस्था के तहत 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बच्चों और पौत्र-पौत्रियों को वरीयता दी गई है. उन्हें 30 फीसदी आरक्षण मिला हुआ है. इसके बाद महिलाओं को 10 फीसदी दिया गया है. वहीं, जातीय अल्पसंख्यकों को 5 फीसदी आरक्षण दिया गया है, जबकि एक प्रतिशत विकलांगों के लिए नौकरियां आरक्षित हैं. लेकिन उनका विरोध स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के वंशजों को लेकर है. इसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. बताते चलें कि बांग्लादेश में कुल 56 फीसदी आरक्षण है. बांग्लादेश में हो रहे हिंसक प्रदर्शन में अब तक 120 लोगों से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 2500 से अधिक लोग घायल हुए हैं.