UAE-India Flight: इस्लामिक कंट्री संयुक्त अरब अमीरात में मजबूत उपस्थिति रखने वाला केरल स्थित ट्रैवल सर्विस ऑपरेटर ग्रुप अलहिंद ने अपनी एयरलाइन शुरू करने की घोषणा की है. इस एयरलाइन का लक्ष्य सस्ती हवाई यात्रा का विकल्प मुहैया कराना है. अलहिंद ग्रुप मुख्य रूप से भारत और खाड़ी देशों के बीच किफायती हवाई यातायात प्रदान कराने का लक्ष्य रखता है. बीते तीस सालों से ट्रैवल इंडस्ट्री में एक अहम खिलाड़ी रहे इस ग्रुप को एयरलाइन शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की प्रारंभिक मंजूरी मिल गई है. समुह के नाम पर ही एयरलाइन का नाम अलहिंद एयर रखा गया है. खाड़ी देशों में भारी संख्या में में भारत के लोग काम करते हैं, ऐसे में ये नई एयरलाइन उनके लिए बेहतरीन ऑप्शन लेकर आएगी.
अलहिंद ग्रुप के चेयरमैन मोहम्मद हारिस ने कहा-
खलीज टाइम्स के अनुसार, अलहिंद ग्रुप के चेयरमैन मोहम्मद हारिस ने बताया कि पिछले हफ्ते उन्होंने कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) के अधिकारियों के साथ मीडिया की. एयरपोर्ट पर लैंडिंग की अनुमति के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज जमा कर दिए गए हैं. एयरलाइन शुरू करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) पहले ही मिल चुका है. उम्मीद हैं कि इस साल नहीं तो अगले साल जनवरी तक परिचालन शुरू हो जाएगा.
दक्षिण भारत के यात्रियों पर पर नजर
रिपोर्ट के मुताबिक, अलहिंद एयर तीन एटीआर-72 टर्बोप्रॉप विमानों के साथ अपना शुरुआती संचालन शुरू करेगी. एयरलाइन की नजर दक्षिण भारत में क्षेत्रीय मार्गों पर है. इसमें कोचीन, तिरुवनंतपुरम, बेंगलुरु और चेन्नई प्रमुख हैं. समूह के एक शीर्ष अधिकारी ने सीएनबीसी को बताया कि हमारे पास क्षेत्रीय मार्गों पर उड़ान भरने के लिए कुल 5 एटीआर प्लेन होंगे. हमने अपने परिचालन के लिए कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सभी तरह का समर्थन प्राप्त कर लिया है. एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, पायलट, केबिन क्रू, इंजीनियर और अन्य ग्राउंड स्टाफ को काम पर रखने की प्रक्रिया शुरू होगी.
समूह के प्रमोटर ने बताया कि अलहिंद ग्रुप हवाई टिकटिंग, हज-उमरा सेवाएं, हॉलिडे पैकेज, वीजा और मनी एक्सचेंज समेत कई सेवाएं प्रदान करता है. इस ग्रुप के पास पहले से ही 20 हजार करोड़ रुपए का कारोबार है और इसका बिक्री नेटवर्क मजबूत है, जो एयरलाइन के सफल लॉन्च में मददगार हो सकता है. अलहिंद ग्रुप भारत और विदेशों में यात्रा और पर्यटन उद्योग में अग्रणी खिलाड़ियों में से एक है.
ये भी पढ़ें :- पाकिस्तान की संसद में की जाएगी बिल्लियों की भर्ती, इस वजह से सरकार ने लिया फैसला