Hajj Yatra 2024: हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है. इस्लाम के इस पवित्र स्थल पर हर मुस्लिम अपनी लाइफ में एक बार अवश्य जाना चाहते हैं. यही वजह है कि हज यात्रा के दौरान मक्का में भारी भीड़ होती है. इस दौरान दुनिया के कोने कोने से श्रद्धालु आते हैं. इस बार हज यात्रा के दौरान सैकड़ों हज यात्रियों की मौत हो गई. हज यात्रियों के मौत को लेकर सऊदी सरकार पर कई सवाल उठ रहे हैं. जिसके बाद अब सऊदी प्रशासन ने इन तीर्थ यात्रियों के मौत के कारण को बता दी है. जानिए असल वजह…
लोगों के गलत निर्णय से बढ़ी परेशानी!
दरअसल, AFP न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस साल हज के दौरान करीब 1100 लोगों की मौत हुई है, ज्यादातर मौतों की वजह भीषण गर्मी को बताया गया था. जिसके चलते सऊदी सरकार के प्रबंधन पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. हालांकि, अब सऊदी के एक अधिकारी ने सऊदी प्रशासन का बचाव करते हुए कहा है कि सरकार हज प्रबंधन में विफल नहीं हुई है, बल्कि लोगों की ओर से गलत निर्णय लिए गए और बिना हज परमिट वाले यात्रियों की संख्या ने परेशानी खड़ी की.
जानिए कब कैसे हुए मौतें?
सऊदी सरकार के एक अधिकारी ने हज यात्रियों के मौत का कारण बताते हुए कहा, “किंगडम हज इंतजाम में नाकामयाब नहीं हुआ है, बल्कि लोगों की ओर से गलत निर्णय लिए गए हैं. सऊदी सरकार ने हज के दो सबसे व्यस्त दिनों में 577 मौतों की पुष्टि की है. ये मौतें तब हुई जब शनिवार को माउंट अराफात की तपती धूप में यात्री घंटों दुआ मांगने के लिए इकट्ठा हुए और रविवार को जब उन्होंने मीना में ‘शैतान को पत्थर मारने’ की रस्म में हिस्सा लिया.”
18 लाख तीर्थयात्रियों ने लिया हिस्सा
हज यात्रियों के मौत का कारण बताते हुए सऊदी अधिकारी ने कहा कि मौतें खराब मौसम के बीच हुई हैं. उन्होंने कहा कि सऊदी सरकार ने बताया था कि इस साल 18 लाख तीर्थयात्रियों ने हिस्सा लिया है, जिसमें 2 लाख सऊदी से हैं, बाकि विदेश से आए हैं. मक्का में व्यवस्था खराब होने की वजह बताते हुए सऊदी अधिकारी ने कहा कि इस साल करीब 4 लाख लोग बिना परमिट के हज यात्रा में शामिल हुए. जिसके चलते यहां अव्यवस्था उत्पन्न हुई और हज यात्रियों की मौत हुई.
जानिए कैसे मिलता है परमिट
हज यात्रा के नियम के मुताबिक, हज का परमिट हर देश को कोटा प्रणाली के तहत दिया जाता है और फिर वहां के नागरिकों को लॉटरी के जरिए बांटा जाता है. जिन लोगों को ये परमिट मिलता है उनको भारी फीस देनी होती है, लोग हज परमिट के बिना हज करके अपने हजारों पैसे बचाने की कोशिश करते हैं. इसी वजह से कई हज यात्री टूरिस्ट वीजा पर हज करने सऊदी अरब आते हैं. हालांकि, ऐसा करने पर उनके ऊपर गिरफ्तारी और निर्वासन का जोखिम बना रहता है.
3 लाख लोगों को नहीं मिली थी इजाजत
सऊदी अधिकारी ने बताया की उन्होंने हज से ठीक पहले करीब तीन लाख लोगों को चिन्हित किया था. जिन्हें हज यात्रा करने की इजाजत नहीं दी गई थी. लेकिन बाद में ऊपर से आदेश आया कि पवित्र स्थान पर आए लोगों को लौटाया न जाए. सऊदी अधिकारियों का अनुमान है कि इस साल करीब 4 लाख लोग बिना परमिट के हज यात्रा में शामिल हुए. बिना परमिट इतनी संख्यां में आए हज यात्रियों के चलते ज्यादात्तर लोग सऊदी सरकार की ओर से दी जाने वाली कई सुविधाओं से अछूते रहते हैं, जैसे गर्मी से बचने के लिए AC टेंट, बचाव किट आदि. जिसके चलते वे मौत का शिकार हो जाते हैं.