Ukraine War:रूस-यूक्रेन को रोकने के लिए मंगलवार का दिन अहम साबित हो सकता है, क्योंकि इस दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच युद्ध रोकने को लेका अहम बातचीत होनी है. इस बात की जानकारी ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने है.
बता दें कि ट्रंप द्वारा जनवरी में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद ये दोनों देशों के नेताओं के बीच दूसरी बार मुलाकात होगी. ट्रंप और पुतिन के बीच होने वाली वार्ता इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि रूस और यूक्रेन ने शनिवार रात को एक दूसरे पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए थे. इस दौरान दोनों देशों ने अपने-अपने क्षेत्रों में दुश्मन के 100 से अधिक ड्रोन देखे जाने की सूचना दी थी.
पुतिन ने उठाए मुद्दे
दोनों देशों पर यह हमला व्लादिमीर पुतिन की ओर से अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ से यूक्रेन के साथ युद्ध में 30 दिन के युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव पर चर्चा करने के 24 घंटे से भी कम समय बाद हुआ था. हालांकि इससे पहले पुतिन ने गुरुवार को कहा था कि वह सैद्धांतिक रूप में संघर्ष विराम का समर्थन करते हैं, लेकिन उन्होंने कुछ ऐसे मुद्दे भी उठाए जिन्हें इस पर सहमति बनने से पहले स्पष्ट किए जाने की आवश्यकता है.
जेलेंस्की पहले ही कर चुके युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन
वहीं, हाल ही में यूक्रेन ने युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन कर दिया है. हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से संदेह जताया है कि क्या मॉस्को इस तरह के समझौते के लिए प्रतिबद्ध होगा. वहीं, हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर की मेजबानी में पश्चिमी सहयोगियों के बीच हुई ऑनलाइन बातचीत हुई, जिसके बाद राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दीर्घकालिक शांति योजना पर चर्चा के लिए 30 दिन के पूर्ण युद्धविराम प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया था. वहीं, शनिवार को जेलेंस्की ने जारी बयान में रूस पर सेना आगे बढ़ाने का आरोप लगाया था.
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