US News: संयुक्त राज्य अमेरिका से हैरान करने और फिल्मी सा लगने वाला मामला सामने आया है. यहां के नेवादा राज्य में रहने वाले एक 71 वर्षीय बुजुर्ग को गिरफ्तार किया गया है. ये गिरफ्तारी न किसी हत्या और न ही डकैती के आरोप में बल्कि सात असली बाघ को घर में रखने के लिए की गई है. स्थानीय प्रशासन के अनुसार, यह गतिविधियां कानून के खिलाफ हैं, क्योंकि उसके पास इन खतरनाक जानवरों को पालने के लिए कोई वैध लाइसेंस नहीं था.
जब्त किए गए 7 बंगाल टाइगर
यह मामला नेवादा के न्ये काउंटी स्थित पाहरम्प नामक कस्बे का है. जो लास वेगास से करीब 100 किमी दूर स्थित है. न्ये काउंटी शेरिफ कार्यालय के मुताबिक, पिछले बुधवार को काउंटी अधिकारियों ने छापेमारी की थी. इसी छापेमारी के दौरान 7 बंगाल टाइगर जब्त किए और आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम कार्ल मिशेल है. कार्ल मिशेल ने दावा किया है कि ये बाघ उसके ‘इमोशनल सपोर्ट एनिमल’ हैं. लेकिन पुलिस का कहना है कि उसके पास बंगाल टाइगर्स को पालने का कोई वैध परमिट नहीं था.
कार्ल मिशेल पर लगे ये आरोप
गिरफ्तारी के दौरान कार्ल मिशेल ने अधिकारियों से सहयोग नहीं किया और बाघों के बाड़े की चाबी देने से इनकार कर दिया. इसके बाद स्वाट टीम को बुलाया गया, जिसने सभी बाघों को जब्त किया. शेरिफ कार्यालय ने बताया कि मिशेल पर गिरफ्तारी का विरोध और प्रतिबंधित व्यक्ति के पास हथियार रखने जैसे आरोप लगाए गए हैं.
बाघों से भर रखा था घर
न्ये काउंटी के शेरिफ जो मैकगिल ने एनबीसी न्यूज को बताया कि मिशेल को कई बार सार्वजनिक तौर पर बाघों के साथ देखा गया था. कार्ल उन्हें सैर पर भी ले जाता था. सोशल मीडिया पर भी उसने कई वीडियो साझा किए थे जिनमें अन्य लोग भी इन बाघों के साथ नजर आ रहे थे. यह सभी गतिविधियां कानून के खिलाफ हैं क्योंकि उसके पास जानवरों को पालने का वैध परमिट नहीं था. उसका घर बाघों से भरा पड़ा था.
‘पीटीएसडी में थे’, इसलिए पाल लिए बंगाल टाइगर
हालांकि कार्ल मिशेल ने एक अलग ही तर्क दिया है. मिशेल ने ‘द न्यू यॉर्क टाइम्स’ को बताया कि वे एक पूर्व सैनिक हैं और PTSD (पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) से जूझ रहे हैं. उनका दावा है कि वेटरन अफेयर्स विभाग के एक डॉक्टर ने उन्हें इन बाघों को ‘इमोशनल सपोर्ट एनिमल’ के रूप में रखने की इजाजत दी थी. उन्होंने कहा कि मुझे ये शांति और सुकून देते हैं. ये हमारे जीवन का हिस्सा हैं, और हमारे बच्चों के समान हैं.
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