US Presidential Election 2024: अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर दुनिया के सभी देशों की नजर है. इस बीच आरोप लगाया गया कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रूस गुप्त रूप से दखल दे रहा है. इस कारण यूएस ने रूसी सरकारी मीडिया और आरटी पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं.
दरअसल, यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट ने आरोप लगाया है कि रूसी मीडिया अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश में लगा है और गुप्त प्रभाव गतिविधियों को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
अमेरिकी विदेश विभाग का बयान आया सामने
इस संबंध में अमेरिका के विदेश विभाग का कहना है कि आरटी (रूस सरकार द्वारा वित्त पोषित न्यूज चैनल) गतिविधियों से जुड़े जोखिमों के बारे में देशों को सचेत करने के लिए एक कूटनीतिक अभियान शुरू कर रहा है. वहीं, आरोप लगा कि अमेरिकी खुफिया निष्कर्षों से यह खुलासा हुआ कि आरटी पूरी तरह से रूस के दुनिया भर में खुफिया अभियानों के साथ एकीकृत है.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कही यह बात
वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री टनी ब्लिंकन ने एक बयान में कहा कि रोसिया सेगोदन्या और पांच सहायक कंपनियां अब केवल रूसी सरकार के प्रचार और गलत सूचना के फायरहाउस नहीं हैं. बल्कि ये अमेरिकी चुनावों और लोकतंत्रों को कमजोर करने के उद्देश्य से गुप्त प्रभाव गतिविधियों में लगे हुए हैं, जो रूस के खुफिया तंत्र की वास्तविक शाखा की तरह काम कर रहे हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री का आरोप है कि आरटी के नेताओं ने अपने गुप्त प्रभाव के अलावा यूक्रेन में रूसी बलों को सैन्य गियर प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन क्राउडफंडिंग परियोजना की देखरेख की, जिसके फलस्वरूप स्नाइपर राइफलें, सप्रेसर्स, बॉडी आर्मर, नाइट विजन उपकरण, ड्रोन, रेडियो उपकरण, व्यक्तिगत हथियार साइट और डीजल जनरेटर प्राप्त हुए.
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी विदेश मंत्री का कहना है कि हमें नई जानकारी की बदौलत पता चला है कि आरटी के पास साइबर क्षमताएं थीं और वह गुप्त सूचना और प्रभाव संचालन के अलावा सैन्य खरीद में शामिल था. हम उन लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए कदम उठा रहे हैं जो हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए गलत सूचनाओं कों हथियार बनाते हैं.