US Mike Benz: अमेरिका के विदेश विभाग के पूर्व अधिकारी माइक बेंज के एक दावा किया है कि अमेरिका ने विभिन्न देशों की राजनीति में दखल देने के लिए कई रणनीतियों का प्रयोग किया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बेंज ने दावा किया है कि मीडिया के असर का इस्तेमाल करके, सोशल मीडिया सेंशरशिप को बढ़ावा देकर और विपक्ष के आंदोलनों को आर्थिक मदद पहुंचाकर अमेरिका ने भारत, बांग्लादेश सहित कई देशों की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश की.
उन्होंने यह भी दावा किया कि अमेरिका ने चुनावों को भी प्रभावित करने की कोशिश की. सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किया गया. बेंज के दावे से सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है.
I foretold all of this in a prophecy to India long ago 🔮 https://t.co/oi8dqrZQma pic.twitter.com/9bJx2t7BGK
— Mike Benz (@MikeBenzCyber) February 11, 2025
बेंज के दावे से मचा सियासी हड़कंप
USAID को लेकर जारी विवाद के बीच बेंज के इस दावे से खलबली मच गई है. बेंज का कहना है कि अमेरिका ने इस काम में काफी पैसे खर्च किए. पूर्व अधिकारी के दावे के मुताबिक, भारत में 2019 में हुए लोकसभा चुनावों को भी प्रभावित करने की पूरी कोशिश की गई थी, ताकि पीएम मोदी की पार्टी भाजपा असफल हो पाए.
उन्होंने आरोप लगाया कि विभिन्न सोशल मीडिया कंपनियों जैसे फेसबुक, यूट्यूब, वॉट्सऐप और ट्विटर पर मोदी समर्थक कंटेंट को रोकने के लिए अमेरिका के विदेश विभाग ने दबाव डाला था. बता दें कि USAID अमेरिकी सरकार की एक स्वतंत्र संस्था है, जो विकासशील देशों में आर्थिक और मानवीय सहायता देती है.
निशिकांत दुबे के आरोप को मिला बल
हाल ही में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि USAID ने भारत को बांटने के लिए कई संस्थाओं को धन दिया था. ऐसे में बेंज के इस दावे से कि अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी को हराने की साजिश रची थी, दुबे के आरोपों को बल मिला है.
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