अमेरिका का नया डंकी रूट! मेक्सिको के बाद अब कनाडा से घुस रहे लोग, UK उठाएगा सख्त कदम

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

US News: अमेरिका जाने के लिए दुनियाभर के लोग डंकी रूट का इस्‍तेमाल करते हैं. कई देशों के जरिए वह अमेरिका पहुंचने की कोशिश करते हैं. अंत में वह मेक्सिको की सीमा पार कर अवैध तरीके से अमेरिका में घुस जाते हैं. लेकिन अब अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने के लिए कनाडा का इस्‍तेमाल किया जा रहा है. मालूम हो कि कनाडा विदेश जाने वाले भारतीयों का पहला पसंद रहा है. लेकिन अब कनाडा से अमेरिका में बिना डॉक्‍यूमेंट के घुसने वाले भारतीयों की संख्या में इजाफा हुआ है. इस ट्रेंड ने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है. कनाडा की वीजा स्क्रीनिंग प्रोसेस पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.

बिना डॉक्यूमेंट के अमेरिका में घुस रहे लोग  

दरअसल सिर्फ जून में 5,152 लोग कनाडा के जरिए बिना डॉक्यूमेंट के बॉर्डर पार कर अमेरिका में घुसे हैं. यह संख्‍या मेक्सिको के जरिए अमेरिका में घुसने वालों की संख्या से अधिक है, जो अवैध तरीके से अमेरिका में घुसने के लिए ऐतिहासिक क्रॉसिंग है. गैरकानूनी ढंग से अमेरिका में घुसने वालों की संख्या कनाडा की वीजा नीतियों पर सवाल खड़ा कर  दिया है. अमेरिका ही नहीं यूनाइटेड किंगडम में भी ट्रांजिट के दौरान कई लोग शरण मांगते हैं.

अमेरिका में घुसने वाले भारतीयों की संख्‍या में इजाफा   

इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) के डेटा के आधार पर बताया कि अमेरिका में घुसने वाले भारतीयों की संख्या में इजाफा हुआ है. इस साल जनवरी से जून तक औसत मासिक मुठभेड़ पिछले वर्ष के मुकाबले 47 प्रतिशत बढ़ा है. अब यूके भी कनाडा के वीजा से चिंतित है. यूके की ओर से जानकारी दी गई है कि भारतीय नागरिकों की ओर से शरण मांगने के मामले में इजाफा हुई है. शरण मांगने वाले ऐसे लोग हैं जो कनाडा का वीजा लेकर यूके से होकर गुजरते हैं.

यूके उठाएगा सख्त कदम

अवैध तरीके से देश में एंट्री से परेशान होकर यूके ने अब प्रस्ताव दिया है कि कनाडा जाने वाले सभी भारतीय नागरिकों को रुकने के लिए ट्रांजिट वीजा पाना आवश्‍यक होगा. वहीं अमेरिका ने कनाडा को अपनी वीजा स्क्रीनिंग की प्रक्रिया सख्त करने के लिए कहा है. कनाडा में भी भारतीय नागरिकों की ओर से शरण लेने के मामलों में इजाफा देखने को मिल रही है. इस साल की पहली तिमाही में 6056 दावे दायर किए गए हैं. शरण लेने के मामले 2017 के बाद तब बढ़े, जब विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए कनाडा ने अपनी वीजा पॉलिसी में ढील की.

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