US CIA Employee Plead Guilty: इजरायल और ईरान के बीच हवाई हमले की जानकारी लीक करने के मामले में CIA कर्मचारी आसिफ विलियम रहमान को शुक्रवार को दोषी करार दिया गया. रहमान को राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को जानबूझकर बनाए रखने और साझा करने के आरोपों में दोषी करार दिया. वहीं, आरोपी रहमान ने भी साल 2024 के कई मौकों पर क्लासिफाइड कंटेंट को अवैध रूप से डाउनलोड, प्रिंट और वितरित करने की बात स्वीकार की है.
बता दें कि FBI ने रहमान को नवबंर में कंबोडिया से गिरफ्तार किया था. हालांकि बाद में उन्हें गुआम के संघीय अदालत में स्थानांतरित का दिया गया था. दरअसल, लीक की गई जानकारी में ईरान पर इजरायली हवाई हमले की तैयारी का विवरण था, जो इजरायल पर 1 अक्टूबर को हुए मिसाइल हमले का बदला लेने के उद्देश्य से था.
लीक कैसे हुआ?
इजरायल हमले के अलावा, अमेरिकी सैटेलाइट से प्राप्त खुफिया जानकारी में 15 और 16 अक्टूबर के दो अमेरिकी खुफिया दस्तावेज भी शामिल थे, जो मूल रूप से फाइव आइज खुफिया-साझाकरण गठबंधन (ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका) तक सीमित थे. हालांकि, ये दस्तावेज ईरान समर्थक टेलीग्राम चैनल मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर पर दिखाई दिए.
मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर का बयान
हालांकि इस लीक मामले से किसी भी प्रकार का कोई संबंध होने से मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर ने सीधे इंकार किया है. उनका कहना है कि हम मानते हैं कि यह (लीक) अमेरिकी विदेश विभाग के भीतर एक व्हिसलब्लोअर से आया है. वहीं, इस लीक ने अमेरिका और फाइव आइज़ गठबंधन के सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल उठाए हैं. साथ ही ईरान और इजरायल के बीच तनावपूर्ण स्थिति में यह जानकारी लीक होना क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी चिंताजनक है.
क्लासिफाइड जानकारी लीक करने का मामला
जानकारों का कहना है कि CIA कर्मचारी आसिफ विलियम रहमान द्वारा ईरान पर इजरायली हमले की योजना से जुड़ी क्लासिफाइड जानकारी को लीक करने का मामला अमेरिकी खुफिया तंत्र की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न उठाता है. इसके साथ ही यह घटना को न सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक स्तर पर खुफिया साझा करने की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकती है.
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