US-Egypt: सीरिया में असद सरकार के पतन के बाद इजरायल के पड़ोसी देश मिस्र में भी ऐसा ही खतरा मंडरा रहा है. इसी बीच अमेरिका ने इस्लामिक कंट्री मिस्र के लिए 5 अरब डॉलर से अधिक के हथियारों की संभावित बिक्री को मंजूरी दे दी है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को अमेरिकी विदेश विभाग ने इस बारे में कांग्रेस को जानकारी दी है. दोनों देशों के बीच ये सौदा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब मिडिल ईस्ट में एक राजनीतिक उथल-पुथल का दौर चल रहा है.
मिस्र को मिलेंगे ये हथियार
अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया कि अमेरिकी निर्मित मिस्र के M1A1 अब्राम टैंकों के लिए 4.69 अरब डॉलर के उपकरणों की बिक्री को मंजूरी दी गई है. साथ ही हेलफायर एयर-टू-सरफेस मिसाइलों में 63 करोड़ डॉलर और सटीक-गाइडेड युद्ध सामग्री में 3 करोड़ की बिक्री को मंजूरी दी गई है. इस डील को अमेरिका ने मिडिल ईस्ट के महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार और एक प्रमुख गैर नाटो सहयोगी की सुरक्षा में उठाया गया कदम बताया है.
मिस्र में भी सीरिया जैसा खतरा
सीरिया में विद्रोही संगठनों की जीत के बाद मिडिल ईस्ट में अधिनायकवादी शासन के खिलाफ फिर से विद्रोह को प्रेरणा मिल सकती है. अब्देल फतह अल-सिसी के शासन काल में मिस्र में भी अंदर ही अंदर एक आक्रोश का माहौल है. एमनेस्टी का अनुमान है कि मिस्र में इस समय लगभग 60 हजार राजनीतिक कैदी हैं.
पिछले दो सालों में सैकड़ों राजनीतिक कैदियों को माफी दे दी गई है. फिर भी अधिकार समूहों का कहना है कि इस अवधि में कई लोग गिरफ्तार हुए हैं. वहीं साल 2021 में पद संभालने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मानवाधिकारों को लेकर मिस्र के प्रति सख्त रुख अपनाने की बात कही थी, लेकिन बाद में उनके प्रशासन में कई हथियार सौदों को मंजूरी दी गई है.
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