US-Elections: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को देश में चुनावी प्रक्रिया को नया रूप देने के लिए बड़ा कदम उठाया है. ट्रंप ने संघीय चुनावों के लिए कड़े उपायों को पेश करते हुए एक व्यापक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए है.
ट्रंप के कार्यकारी आदेश में कहा गया है कि लोगों को संघीय चुनावों में मतदान करने के लिए पंजीकरण करने के लिए नागरिकता का दस्तावेजी प्रमाण प्रस्तुत करना होगा. इसके अतिरिक्त, आदेश में मतपत्र प्रस्तुत करने के लिए एक सख्त समय सीमा लागू की गई है, जिसमें चुनाव के दिन तक सभी वोट प्राप्त होने की आवश्यकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया ये आह्वान
इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि अमेरिका बुनियादी और आवश्यक चुनाव सुरक्षा लागू करने में विफल रहा है. ऐसे में उन्होंने राज्यों से मतदाता सूचियों को साझा करने और चुनाव अपराधों पर मुकदमा चलाने के लिए संघीय एजेंसियों के साथ काम करने का आह्वान किया है.
अमेरिकी चुनावों में सुरक्षा की कमी
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत समेत कुछ अन्य देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि कई देश मतदाता पहचान को बायोमेट्रिक डेटाबेस से जोड़ रहे हैं, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका नागरिकता के लिए काफी हद तक स्व-सत्यापन पर निर्भर है. वहीं जर्मनी और कनाडा में मतों की गणना करते समय कागजी मतपत्रों की आवश्यकता होती है, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में कई तरीके हैं जिनमें अक्सर बुनियादी हिरासत सुरक्षा की कमी होती है.
चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा?
ऐसे में जिन राज्यों में चुनाव अधिकारी संघीय निधि का पालन नहीं करते उनसे इसे वापस लेने की भी धमकी दी गई है. यह कदम चुनाव प्रक्रियाओं के खिलाफ़ ट्रंप के लंबे इतिहास के अनुरूप है. दरअसल, ट्रंप की ओर से अक्सर दावा किया जाता रहा है कि चुनाव में धांधली हो रही है, परिणाम सामने आने से पहले ही, और उन्होंने कुछ मतदान विधियों के खिलाफ़ लड़ाई छेड़ दी है, जब से वह 2020 का चुनाव डेमोक्रेट जो बिडेन से हार गए थे और उन्होंने इसे व्यापक धोखाधड़ी का झूठा आरोप लगाया था.
मेल वोटिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने विशेष रूप से मेल वोटिंग पर ध्यान केंद्रित किया है, उन्होंने बिना सबूत के तर्क दिया है कि यह असुरक्षित है और धोखाधड़ी को आमंत्रित करता है, जबकि उन्होंने इस मुद्दे पर अपना रुख बदल दिया है, क्योंकि रिपब्लिकन सहित मतदाताओं के बीच इसकी लोकप्रियता है. हस्ताक्षर करने के बाद, ट्रंप ने कहा कि आने वाले हफ्तों में और अधिक चुनाव कार्रवाई की जाएगी.
इसे भी पढें:-भारत ने पेश की दोस्ती की मिसाल, रूस कभी नहीं भूलेगा यह ऐहसान; अरब देश हुए परेशान