US News: विदेश मंत्री डा. एस. जयशंकर ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में यहां के एशिया सोसाइटी और एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित ‘इंडिया, एशिया एंड द वर्ल्ड’ नामक एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर बात की. उन्होंने कहा कि मैं आपसे आग्रह करूंगा कि आप इसे लेकर निर्धारक नहीं बनें. ऐसा नहीं है कि भारत हर पड़ोसी के प्रत्येक राजनीतिक कदम को नियंत्रित करना चाहता है.
सकारात्मक और रचनात्मक बने रहेंगे हमारे संबंध: एस. जयशंकर
यह इस तरह से काम नहीं करता है. यह सिर्फ हमारे लिए ही नहीं, बल्कि किसी और के लिए भी काम नहीं करता. उन्होंने कहा कि हर देश के अपने तरीके होते हैं. विदेश नीति में, आप इसे पढ़ने, अनुमान लगाने और फिर इसका जवाब देने की कोशिश करते हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे पड़ोस में परस्पर निर्भरता या पारस्परिक लाभ की वास्तविकताएं और साथ मिलकर काम करने की हमारी क्षमता हमारे दोनों हितोंको पूरा करेगी.
ये वास्तविकताएं खुद को मुखर करेंगी. यही इतिहास रहा है. उन्होंने आगे कहा, कुछ वर्षों में, हमारे क्षेत्र में कुछ होता है और लोग सलाह देने लगते है कि वहां किसी न किसी तरह की असुधार्य स्थिति है. फिर आप देखते हैं कि सुधार खुद ही सामने आने लगते हैं. इसलिए मैं इसे उसी भावना से लूंगा और मुझे पूरा विश्वास है कि इन दोनों मामलों में हमारे संबंध सकारात्मक और रचनात्मक बने रहेंगे.