US Iran Sanctions: इस समय अमेरिका और ईरान के बीच न्यूक्लियर डील और अमेरिकी प्रतिबंधों पर बातचीत चल रही है. दावा किया गया था कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता सकारात्मक दिशा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने परमाणु हथियार की ओर न बढ़ने की गारंटी के बदले ईरान पर से प्रतिबंध हटाने का ऑफर दिया है, लेकिन वार्ता के अंतिम परिणाम तक पहुंचने से पहले ही अमेरिका ने ईरान पर और प्रतिबंध लगा दिए हैं.
ईरान ने प्रतिबंधों पर जताया आपत्ति
अनादोलु एजेंसी की खबर के अनुसार, ईरान ने अमेरिका के इस कदम की निंदा की है. ताजा अमेरिकी प्रतिबंधों पर बोलते हुए ईरान ने कहा कि ये प्रतिबंध वार्ता के लिए वाशिंगटन के इरादे में कमी को दिखाते हैं. मंगलवार को अमेरिकी वित्त विभाग ने एक ईरानी व्यवसायी और उसके बड़े शिपिंग नेटवर्क के खिलाफ अन्य देशों को तेल और गैस बेचने के आरोप में नए प्रतिबंध लगा दिए हैं, जिसके बाद ईरान ने कड़ी आपत्ति जताई है.
अमेरिकी प्रतिबंधों से बौखलाया ईरान
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ने बताया कि इन प्रतिबंधों पर ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाकेई ने कहा है कि नए प्रतिबंध ईरान के साथ उसके परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता करने की अमेरिका की इच्छा के दावे को कमजोर करते हैं. उन्होंने अमेरिकी प्रतिबंधों को ‘धमकाने वाला और गैरकानूनी उपाय’ बताते हुए कहा कि ये प्रतिबंध सद्भावना और गंभीरता की कमी को दिखाते हैं.
एस्माईल बाकेई ने कहा कि अमेरिका का मनमाने ठंग से ईरान पर बैन लगाना एक अवैध कदम है और ये अंतर्राष्ट्रीय कानून के मौलिक सिद्धांतों का खंडन करता है. उन्होंने आह्वान किया कि ट्रंप सरकार को घोर मानवाधिकार उल्लंघन के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए.
यूएस ने इस वजह से लगाए और प्रतिबंध
अमेरिका ने एक ईरानी व्यवसायी और उसके बड़े शिपिंग नेटवर्क पर बैन लगाए हैं. अमेरिका का कहना है कि ईरान तेल निर्यात से प्राप्त राजस्व का इस्तेमाल ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और परमाणु प्रोग्राम और आतंकी संगठन हिजबुल्लाह, हमास और हूती जैसे सशस्त्र समूहों को वित्तपोषित करने के लिए किया जाता है. वहीं मंगलवार को अमेरिका के विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि ट्रंप सरकार अपने अधिकतम दबाव अभियान के तहत ईरान पर सभी अमेरिकी प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करेगा.
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