CEO से रिश्ता रखना पड़ा महंगा! अमेरिका में भारतीय मूल के वकील को गंवानी पड़ी नौकरी

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Indian Origin Lawyer fired in US: अमेरिका में भारतीय मूल के एक वकील को कंपनी के सीईओ के साथ रिश्‍ता रखना महंगा पड़ गया है. भारतीय मूल की वकील नबनिता सी नाग को नौकरी ने निकाल दिया गया है. कंपनी के सीईओ को भी सस्‍पेंड कर दिया गया है. दरअसल ये फैसला नॉरफॉक सदर्न कॉर्पोरेशन ने लिया है. कंपनी ने बताया कि सीईओ एलन शॉ और वकील नबनिता सी नाग को सस्‍पेंड किया गया है.

शॉ और नबनिता के बीच सामने आए संबंध

कॉर्पोरेशन ने कंपनी की नीतियों का उल्‍लंघन करने के दोषी पाए जाने पर ये एक्‍शन लिया है. कॉर्पोरेशन ने कहा कि शॉ और नबनिता नाग के बीच संबंध सामने आए थे. दोनों के बीच संबंध सहमति से थे, मगर उन्होंने ऐसा करके कंपनी की नीतियों का उल्लंघन किया है. अपने बयान में कॉर्पोरेशन ने कहा कि शॉ का नौकरी ने निकाला जाना कंपनी के प्रदर्शन, वित्तीय रिपोर्टिंग और ऑपरेशन के परिणाम से संबंधित नहीं है.

जांच में सामने आई संबंध की बात

रिपोर्ट के अनुसार, नॉरफॉक सदर्न कॉरपोरेशन ने वकील नबनिता नाग और एलन शॉ के बीच रिश्तों की बात सामने आने के बाद जांच शुरू की थी. जांच में पता चला कि दोनों के बीच सहमति से संबंध बना जोकि कंपनी की नीतियों का उल्लंघन था. जांच में मिला कि एलन शॉ ने कंपनी के मुख्य कानूनी अधिकारी के साथ सहमति से संबंध रखकर कंपनी की नीतियों का उल्लंघन किया है.

इनको मिली नियुक्ति  

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, नॉरफॉक सदर्न ने कहा कि बोर्ड की शुरुआती जांच के बाद नबनिता को कॉर्पोरेट मामलों, मुख्य कानूनी अधिकारी और कॉर्पोरेट सचिव के रूप में उनकी भूमिकाओं से तुरंत हटा दिया गया है. उनके जगह पर जेसन एम. मॉरिस को नियुक्‍त किया गया है. वहीं शॉ के बाद मार्क आर जॉर्ज को कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया. आर जॉर्ज नॉरफॉक दक्षिणी बोर्ड में भी शामिल होंगे.

कौन हैं नबनिता नाग? 

बात करें भारतीय मूल की नाग की तो उन्होंने अपनी प्रोफाइल में खुद को एक ‘अनुभवी लीडर’ बताया है. वह पहले गोल्डमैन सैक्स में भी काम कर चुकी हैं. उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी से सरकारी और अंग्रेजी में ग्रेजुएट की डिग्री और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से ज्यूरिस डॉक्टर (जेडी) की डिग्री ली थी. वह पहली बार 2020 में जनरल काउंसिल के तौर पर नॉरफॉक साउदर्न में शामिल हुईं. उन्हें 2022 में मुख्य कानूनी अधिकारी और 2023 में कॉर्पोरेट मामलों का एग्जीक्यूटिव वॉयस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया था.

ये भी पढ़ें :- विदेश मंत्री एस जयशंकर पहुंचे जनेवा, महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देकर की यात्रा की शुरुआत

More Articles Like This

Exit mobile version