US Airstrikes on Yemen: अमेरिका यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ लगातार सैन्य कार्रवाई कर रहा है. मंगलवार को अमेरिका ने हूती विद्रोहियों पर हवाई हमला किया, जिसमें दो लोग मारे गए हैं. वहीं इस हमले में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. बता दें कि बीते दस दिनों से अमेरिका लगातार यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों को बर्बाद करने में लगा है. अमेरिकी हमले लगातार जारी हैं और फिलहाल इन हमलों के रुकने का कोई संकेत नहीं है. बता दें कि यमन पर अमेरिकी हवाई हमले 15 मार्च को शुरू हुए थे.
क्या चाहता है अमेरिका?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर किए जा रहे इन हमलों का उद्देश्य विद्रोही समूह को निशाना बनाना और उनके प्रमुख समर्थक ईरान पर दबाव बनाना है. दरअसल यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से होकर जाने वाले सभी जहाजों को निशाना बनाने की कई बार चेतावनी दी है. इससे पहले कई बार उन्होंने समुद्र मार्ग से जा रहे जहाजों पर हमले भी किए है.
ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा…
इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज ने दावा किया कि इन हमलों में हूती नेतृत्व के कई अहम सदस्यों की मौत हो गई है. वॉल्ट्ज ने टेलीविजन नेटवर्क ‘सीबीएस’ के ‘फेस द नेशन’ कार्यक्रम में बताया कि हूती विद्रोहियों के मुख्यालय, संचार केंद्र, हथियार निर्माण इकाइयों और यहां तक कि ड्रोन निर्माण सुविधाओं को भी टारगेट किया गया है.
हूतियों ने क्या कहा?
हूती विद्रोहियों ने बताया कि अमेरिकी हवाई हमलों ने सादा शहर, रेड सी बंदरगाह शहर होदेदा और मारीब प्रांत को भी निशाना बनाया, जो अब भी यमन की निर्वासित सरकार के सहयोगी के नियंत्रण में है. इन हमलों के बीच हूती विद्रोहियों ने भी इजरायल पर मिसाइल हमला किया.
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