US Military: लेबनान में इजरायली हमले के बाद अमेरिका ने मध्य पूर्व में और अधिक सैनिकों की तैनाती का ऐलान किया है. इन सैनिकों को लड़ाकू विमानों के साथ मध्य पूर्व में तैनात किया जाएगा. दरअसल अमेरिका पश्चिम एशिया में सुरक्षा के मद्देनजर और जरूरत पड़ने पर इजरायल की रक्षा करने के लिए कुछ हजार अतिरिक्त सैनिक भेजेगा. सोमवार को पेंटागन ने इसकी जानकारी दी. पेंटागन प्रवक्ता सबरीना सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि सैनिकों की मौजूदगी में बढ़ोतरी कई फाइटर जेट स्क्वाड्रन के जरिये होगी.
लड़ाकू विमानों को तैनात कर रहा अमेरिका
मध्य पूर्व में अमेरिका ने पहले से ही दो विमानवाहक पोतों समेत कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और 40,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किए हुए है. अब अमेरिका ने नई तैनाती की घोषणा हाल में लेबनान में हुए हमलों और हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद किया है. इसमें F-15E स्ट्राइक ईगल, F-16, A-10 और F-22 लड़ाकू विमानों स्क्वाड्रन और उनके लिए आवश्यक कर्मी शामिल हैं. दरअसल, नसरल्लाह और हमास, हिजबुल्लाह के कई लड़ाकों के मारे जाने के बाद पश्चिम एशिया में युद्ध के बड़े स्तर पर फैलने की आशंका है. इस समय इस क्षेत्र में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जंग जारी है.
अमेरिकी सेना की करेंगे सुरक्षा
इन फाइटर जेट्स को पहले से मौजूद स्क्वाड्रन की जगह लेनी थी. इसके बजाय मौजूदा और नए दोनों स्क्वाड्रन मौजूद रहेंगे ताकि हवाई शक्ति को दोगुना बढ़ाया जा सके. पेंटागन प्रवक्ता सबरीना सिंह ने कहा कि जेट विमान वहां से निकासी में मदद करने के लिए नहीं हैं, ‘वे अमेरिकी सेना की सुरक्षा के लिए हैं.
मध्य पूर्व में बड़े युद्ध का मंडरा रहा खतरा
अमेरिका को डर है कि मध्य पूर्व में जल्द ही एक बड़ा जंग छिड़ सकता है, जिसमें इजरायल निशाने पर होगा. अमेरिका को यह भी डर है कि इस जंग में ईरान भी शामिल होगा, जिसे रूस से सपोर्ट प्राप्त होगा. ऐसे में ईरानी हमलों से अमेरिकी सैन्य अड्डों को भी खतरा हो सकता है. वहीं, ईरान अपने प्रॉक्सी मिलिशिया के साथ मिलकर इजरायल को चौतरफा घेरने का प्लान बनाएगा.
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