US On Tariff: अमेरिका और चीन के बीच दिन-ब-दिन व्यापारिक जंग बढ़ता ही जा रहा है. इसी बीच अब अमेरिका ने चीन से आने वाले सामानों पर 125 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला किया है, जिसकी जानकारी खुद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्रुथ सोशल पर की. इसके साथ ही उन्होंने 75 अन्य देशों पर लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोक दिया है.
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि 75 देश अमेरिका के साथ ट्रेड टॉक करने के लिए तैयार हैं, जिसके लिए उन्हें इस टैरिफ से 90 दिनों के दिन राहत दी गई है.
गलत तरीके से बिजनेस कर रहा चीन
वहीं, अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जो हमारे साथ टैरिफ पर बात करने लिए सबसे आगे है. साथ ही चीन पर लगाए गए 125 फीसदी टैरिफ को लेकर उन्होंने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया, क्योंकि चीन ग्लोबल मार्केट में गलत तरीके से बिजनेस कर रहा है.
ग्लोबल इकॉनोमी में असंतुलन पैदा कर रहा चीन
उन्होंने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था असंतुलन पैदा कर रही है. यह टैरिफ न सिर्फ चीन के लिए, बल्कि उन देशों के लिए भी है, जो व्यापार नियमों का उल्लंघन करते हैं. इसके साथ ही अमेरिकी वित्तमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि अमेरिका द्वारा लिए गए इस तरह के कदम से चीन जैसे देशों पर सबका ध्यान जाएगा जो, ग्लोबल इकॉनोमी में असंतुलन पैदा कर रहे हैं.
इन देशों के टैरिफ को कम करेगा अमेरिका
वित्तमंत्री ने कहा कि टैरिफ घोषणाओं के बीच व्यापार मुद्दे को लेकर हमारी मुख्य बातचीत भारत, जापान और साउथ कोरिया के साथ हो रही है, ये सभी चीन के पड़ोसी देश हैं. उन्होंने कहा कि हम उन सभी देशों से टैरिफ के मुद्दे पर बात करना चाहते हैं, जो आगे आकर अपना प्रस्ताव रखेंगे, उन्हें हम पुरस्कार भी देंगे. हम उनके लिए पहले से लागू किए गए टैरिफ को घटाकर 10 प्रतिशत करने पर विचार कर रहे हैं.
चीन नहीं, अमेरिका की ओर देख रही दुनिया
वहीं, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि दुनिया चीन की ओर नहीं, बल्कि अमेरिका की ओर देख रही है, क्योंकि उन्हें हमारे बाजार की जरूरत है. लेविट ने कहा कि मीडिया ने “The Art of the Deal” यानी सौदे की कला को नजरअंदाज किया, लेकिन वास्तव में बाकी दुनिया अब चीन से दूर और अमेरिका के करीब आ रही है.
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