भारत की मदद करने को मजबूर होगा अमेरिका, US की संसद में पेश हुआ चीन-पाकिस्तान विरोधी विधेयक! मिलेगा ‘नाटो’ जैसा दर्जा

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

US Parliament: अमेरिका के प्रभावशाली रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने शुक्रवार को अमेरिकी संसद में पाकिस्तान और चीन विरोधी विधेयक पेश किया, उद्देश्य चीन के बढ़ते प्रभाव से निपटने और पाकिस्तान से कथित खतरों से पार पाने के लिए भारत की मदद करना है. अर्थात इस प्रस्‍ताव के पारित हो जाने के बाद भारत को नाटो देशों के समान दर्जा प्राप्त हो जाएगा. इसके साथ ही अमेरिका भारत की मदद के लिए मजबूर रहेगा.

इस विधेयक में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से दी जाने वाली धमकियों के खिलाफ पाकिस्तान की मदद को रोकना है. अमेरिकी संसद में पेश यूएस-इंडिया डिफेंस कोऑपरेशन एक्ट भारत को ‘प्रौद्योगिकी हस्तांतरण’ करने का समर्थन करता है. साथ ही प्रशासन से ‘भारत के साथ वैसा ही व्यवहार करने का आग्रह करता है, जैसे कि अमेरिका-इजरायल, दक्षिण कोरिया और नाटो सदस्य देशों के साथ रखता है.

भारत का सहयोग जरूरी

अमेरिकी सांसद रूबियो ने चीन का मुकाबला करने के उद्देश्‍य से अमेरिका-भारत साझेदारी को मजबूत करने के लिए यह प्रस्ताव रखा है. रूबिया का कहना है कि चीन से मुकाबला करने के लिए नई दिल्ली के साथ रणनीतिक, आर्थिक और सैन्य संबंधों को बढ़ाना आवश्यक है. इस प्रस्‍ताव में ये भी कहा गया है कि अगर पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधि अपनाता है तो उसकी मदद को रोकना चाहिए.

पाकिस्‍तान को लगेगा बड़ा झटका

इसके अलावा इस स्थिति में भारत को एडवांस हथियार देने की भी बात कही गई है, जो सिर्फ नाटो देशों के लिए आरक्षित हैं. ऐसे में अगर यह प्रस्‍ताव अमेरिका में पास हो जाता है तो जहां पाकिस्तान को बड़ा झटका लग सकता है. वहीं, चीन और पाकिस्तान के खिलाफ भारत को बड़ी मदद मिल सकेगी. हालांकि, इस बार ऐया होना कुछ मुश्किल है क्‍योंकि जल्द ही सदन का सत्र समाप्त होने वाला है.

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