US-Venezuela Relations: सुपरपॉवर कहा जाने वाला देश अमेरिका आए दिन अन्य देशों को धर्म और शांति का ज्ञान देता रहता है, लेकिन हाल ही में उसका एक नया चेहरा दुनिया के सामने आया है, जो इन सबसे बिल्कुल ही अलग है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों में से एक अमेरिका के इस नए चेहरे का पर्दाफाश दुनिया के सबसे गरीब देशों में शामिल वेनेजुएला ने की है.
दरअसल, हाल ही में दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला ने अमेरिका के एक बेहद ही घिनौने चाल को सफल होने से रोक दिया है. साथ ही खुफिया एजेंसी सीआईए, एलीड कमांडो फोर्स अमेरिकी नेवी सील के कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इतना ही नही, उन्होंने आरोप लगाया है कि अमेरिका हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले निकोलस मादुरो की सरकार को हटा देना चाहता है.
चौथा अमेरिकी नागरिक गिरफ्तार
वहीं, इससे पहले वेनेजुएला की सरकार ने राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की हत्या की कथित साजिश के सिलसिले में चौथे अमेरिकी नागरिक की गिरफ्तारी की, जिसका खुलासा आंतरिक मंत्री डियोस्डाडो कैबेलो ने नेशनल असेंबली के सामने एक भाषण के दौरान की. उन्होंने कहा कि जो लोग वेनेजुएला के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेंगे हम उन पर शिकंजा कसेंगे, चाहे वो कोई भी हो. हालांकि इस दावें को अमेरिका ने सिरे से खारिज कर दिया.
15 मिलियन डॉलर का इनाम
इसी बीच वेनेजुएला के आंतरिक मंत्री डिओसाडो कैबेलो ने दावा किया कि उन्होंने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, वो सभी मादुरो को मारने के लिए वेनेजुएला आए हुए थे. वो सभी मादुरें केस गिरफ्तार करके अमेरिका द्वारा 15 मिलियन डॉलर का इनाम पाना चाहते थे. कैबेलो ने आगे बताया कि उन्होंने जिन लोगों को पकड़ा है उनके पास से अमेरिका में निर्मित 400 राइफलों के अलावा कई अन्य तरह के हथियार और गोला-बारूद जब्त किए हैं.
अमेरिका ने राष्ट्रपति चुनाव में धांधली का लगाया आरोप
इसके अलावा, अमेरिका ने वेनेजुएला पर आरोप लगाया है कि वहां हाल ही में हुई राष्ट्रपति चुनाव में पूरी तरह से धांधली हुई है, जिसके पीछे मादुरो ही थे. ऐसे में उसने वेनेजुएला में हुए चुनावी नतीजे को खारिज कर दिया. साथ ही कहा कि वो वेनेजुएला में राजनीतिक संकट के लोकतांत्रिक समाधान का समर्थन करना जारी रखेगा.
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