USA: इजरायल की रक्षा के लिए अमेरिका अब पश्चिम एशिया में अतिरिक्त सैन्य तैनाती करने का फैसला लिया है, जिसमें अमेरिका के युद्धक जहाज और लड़ाकू विमान शामिल होंगे. इस बात की जानकारी शुक्रवार को पेंटागन की उप प्रेस सचिव सबरीना सिंह ने दी. उन्होंने कहा कि अमेरिकी रक्षा प्रमुख ने पश्चिम एशिया में और अधिक लड़ाकू विमानों को भेजने का आदेश दिया है.
दरअसल, अमेरिकी रक्षा विभाग (डीओडी) की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ‘अमेरिकी यूरोपीय कमान और अमेरिकी सेंट्रल कमान क्षेत्रों में अतिरिक्त बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा-सक्षम क्रूजर और विध्वंसक भेजने का आदेश दिया है.’
क्षेत्रीय तनाव की संभावना को कम करना उदृदेश्य
पेंटागन की उप-सचिव ने कहा कि अमेरिका हमेशाही ऐसे कदम उठाता रहेगा, जिससे ईरान और ईरान के सहयोगियों द्वारा क्षेत्रीय तनाव बढ़ाने की संभावना को कम किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि 7 अक्तूबर के हमास के हमले के बाद से रक्षा सचिव ने बार-बार कहा है कि अमेरिका पश्चिम एशिया में अपने हितों की सुरक्षा करेगा और इजरायल के साथ सुरक्षा का अपना वादा निभाएगा.’
बाइडन और नेतन्याहू की बातचीत के बाद लिया फैसला
सबरीना सिंह ने बताया कि शुक्रवार को राष्ट्रपति जो बाइडन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच बातचीत हुई, जिसके बाद अमेरिका ने क्षेत्र में अधिक रक्षा क्षमताओं के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई. वहीं, शनिवार की सुबह, रक्षा सचिव लॉयड जे. ऑस्टिन III ने इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट के साथ बातचीत की. इसी बीच ऑस्टिन ने इजरायल को अतिरिक्त समर्थन देने का वादा किया.
हानिया के मौत के बाद बढ़ा तनाव
दरअसल, अमेरिका ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब उसे लगा है कि तेरहान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हाल ही में हुई मौत के बाद ईरान की ओर से इजरायल पर संभावित कार्रवाई की जा सकती है. बता दें कि तेहरान और उसके समर्थकों ने लेबनान में हानिया और हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर फौद शुकुर की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है.
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