Violence In Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों ने रविवार को अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान पार्टी का आरोप है कि उनके कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, उन्हें गिरफ्तार भी किया जा रहा है, इसके साथ ही पुलिस द्वारा कुछ फायरिंग भी किए जाने की खबर है. ऐसे में पीटीआई के समर्थक अब इमरान खान की रिहाई के साथ ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
कार्यकर्ताओं की हो रही गिरफ्तारी
रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान ने 13 नवंबर को विरोध प्रदर्शन का आह्वान करते हुए 24 नवंबर को ‘चुराए गए जनादेश’ और तानाशाही शासन के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात कही थी, जिसके के बाद राजधानी इस्लामाबाद में भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी. इसके बावजूद पीटीआई के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं जिससे हिंसा और संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई है.
फोन और इंटरनेट सुविधाओं पर लगा प्रतिबंध
वहीं इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने पीटीआई समर्थको के इस विरोध को गैरकानूनी बताते हुए सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखने के आदेश दिए हैं. इस दौरान पाकिस्तान के कई प्रमुख सड़को को सील कर दिया गया है, इसके साथ ही कुछ इलाकों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सुविधाओं पर भी रोक लगा दी गई है.
‘गुलामी की बेड़ियां तोड़ने’वाला आंदोलन
वहीं, देश में चल रहे विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर कर रहे हैं, जिसका एक वीडियों भी सामने आया है. इस वीडियों में उन्हें कंटेनर पर खड़ा देखा गया जहां वे पीटीआई कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा रहे थे. रविवार से देश में शुरू हुए इस मार्च को पीटीआई के समर्थकों ने ‘गुलामी की बेड़ियां तोड़ने’ वाला आंदोलन बताया है.
देश ही नहीं विदेशों में भी इमरान समर्थकों का प्रदर्शन
पाकिस्तान में प्रदर्शन के साथ-साथ पीटीआई समर्थक विदेशों में भी अपनी ताकत दिखा रहे हैं. क्योंकि पीटीआई के समर्थक केवल पाकिस्तान में ही बल्कि अमेरिका के कैपिटल हिल के बाहर और न्यूयॉर्क में भी प्रदर्शन कर रहे है. इसके अलावा, कनाड़ा, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, ग्रीस, यूके, इटली और स्पेन में भी पीटीआई कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर पाकिस्तान की सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया.
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