What is Iran Ghost Fleet: इस समय ईरान के भूतिया बेड़े ने खलबली मचा रखी है, इस कारण समंदर में दहशत का माहौल है. इस बीच सभी के मन में सवाल आ रहा है कि आखिर भूतिया बेड़ा है क्या? जिसपर संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी प्रतिबंध लगा रखा है.
अमेरिका ने इस भूतिया बेड़े पर लगाए गए प्रतिबंधों की समय सीमा को और बढ़ा दिया है. अमेरिका ने यह कदम तब उठाया है, जब हाल के दिनों में ही इज़रायल पर ईरानी मिसाइल हमले दागे गए थे. बता दें कि अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों के खिलाफ प्रतिबंधों का विस्तार करते हुए उसके भूतिया बेड़े को रोक दिया है.
अमेरिका से ईरान को लगा बड़ा झटका
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इस फैसले के बाद से ईरान की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है. इस संबंध में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलविन ने बयान जारी किया है. उनका कहना है कि ईरान के इन भूतिया बेड़ों के खिलाफ कदम उठाया गया है. ईरान इन बेड़ों से ईरान से अवैध तरीके से दुनिया के कई देशों में तेल पहुंचाने का काम करता है. अमेरिका के राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार का कहना है कि अमेरिका के इस कदम से ईरान के आंतकवादी समूहों को आर्थिक सहयाता देने में दिक्कत होगी. ईरान को इस प्रतिबंध के बाद आर्थिक संकट से जूझना पड़ेगा.
इजरायल से बदला लेने के मूड में ईरान
गौरतलब है कि इजरायल ने हिजबुल्लाह के सरगना नसरल्लाह को मिसाइल हमले में मार गिराया था. इसके बाद ईरान ने इजरायल पर हमला बोल दिया था और मिसाइल दागी थी. इसके बाद अब इजरायल ने भी ईरान से बदला लेने की ठान ली है. इसी के साथ इजारायल के पीएम नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह को जड़ से समाप्त करने की कसम खाई थी. अमेरिका के राष्ट्रपति का कहना है कि इजरायल को ईरान के तेल भंडार करने वाले क्षेत्र पर हमला करना चाहिए. रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अमेरिका, इजरायल को ईरान के तेल भंडार वाले क्षेत्र पर हमला करने की पैरवी कर रहा है.
जानिए ईरान के भूतिया बेड़े के बारे में
आपको जानना चाहिए कि ईरान के घोस्ट फ्लीट जिसे भूतिया बेड़ा भी कहा जाता है, ये समंदर के रास्ते ईरान से दुनियाभर के तेल खरीदारों को तेल पहुंचाता है. इससे ईरान को जमकर कमाई होती है. हालांकि, अमेरिका ने इसपर पहले से ही प्रतिबंध लगाए हुए है, अब इस प्रतिबंध को और आगे बढ़ा दिया गया है. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने यह भी कहा कि वह ईरानी तेल कंपनियों के समर्थन में पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों के शिपमेंट में शामिल 16 संस्थाओं के नाम खोज निकाला है. वहीं, 17 जहाजों को ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी भी चल रही है.