White House: बांग्लादेश में लगातार अल्पसंख्यक हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. बांग्लादेश के मौजूदा हालात किसी से छिपा नहीं है. इस मामले पर अमेरिका भी अपनी नजर बनाए हुए है. व्हाइडहाउस ने अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन बांग्लादेश के हालात पर करीब से नजर रखे हुए हैं. साथ ही व्हाइट हाउस ने कहा कि इन हमलों के लिए वहां की अंतरिम सरकार जिम्मेदार है. हालात में सुधार लाने के लिए बातचीत की गई है.
बांग्लादेश के सुरक्षा हालात जटिल
मीडिया से बातचीत में व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा कि पूर्व पीएम शेख हसीना के पद से हटने के बाद बांग्लादेश में सुरक्षा हालात जटिल बने हुए हैं. हम इस चुनौती से निपटने के लिए बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि उनकी कानून एनफोर्समेंट और सुरक्षा सेवाओं की क्षमता बढ़ाई जा सके.
मीडिया के एक सवाल के जवाब में किर्बी ने कहा कि हमारी बातचीत बांग्लादेश के कई नेताओं के साथ हो रही है. हमने साफ कहा है कि देश में सभी समुदाय के लोगों की सुरक्षा की जाए. चाहे वो अल्पसंख्यक हो या फिर कोई और, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है.
अमेरिका के कई शहरों में हुआ प्रदर्शन
बता दें कि बांग्लादेश में हो अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का विरोध अमेरिका में भी किया जा रहा है. भारतीय अमेरिकियों ने पिछले दिनों व्हाइट हाउस के सामने, शिकागो, न्यूयॉर्क, अटलांटा, डेट्रायट और ह्यूस्टन सहित कई शहरों में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया और मार्च निकाला था. उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन से बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा को रोकने की अपील की थी. इससे पहले, भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने सीनेट की विदेश संबंध समिति के मेंबर्स से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, मुख्य रूप से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के मुद्दे पर ध्यान देने का आग्रह किया.
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