Who Invented Exams: चाहे स्कूल हो या नौकरी, जिंदगी के हर पड़ाव पर एग्जाम देना पड़ता है. एग्जाम शब्द सुनकर ही डर सा लगने लगता है, क्योंकि हमारा पूरा फ्यूचर इसी पर डिपेंड है. बिना परीक्षा के ना हम अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं और ना ही अच्छी नौकरी पा सकत हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि लोगों को सबसे ज्यादा डराने वाले एग्जाम का कांसेप्ट आखिर कहां से आया और किसने इसकी शुरुआत की? अगर नहीं, तो चलिए हम आपको यहां देते हैं इस सवाल का जवाब…
बता दें कि परीक्षा जैसे डरावने शब्द का कांसेप्ट हेनरी फिशेल ने लाया था. ये अमेरिका के बिजनेसमैन थे. हेनरी फिशेल ने सबसे पहले सामान्य ज्ञान की जानकारी को चेक करने के लिए छात्रों का टेस्ट लिया था.
इसके बाद एग्जाम को बड़े स्तर पर लागू करने वाला देश चीन था. दुनिया की पहली परीक्षा चीन ने आयोजित की थी. इस एग्जाम का नाम दि इंपीरियल एग्जामिनेशन था.
चीन सरकार में इस एग्जामिनेशन के जरिए ही अफसर की पोस्ट पर काम करने के लिए लोगों को चुना जाता था. वहीं, चीन के बाद इंग्लैंड ने साल 1806 में सिविल सर्विस एग्जाम की शुरुआत की.
इसके बाद 19वीं सदी के अंत तक ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में एग्जाम को एक स्टैंडर्ड प्रोसेस माना गया.
वहीं, भारत में एग्जाम की शुरुआत ईस्ट इंडिया कंपनी की ओर से की गई. ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1853 में सिविल सर्वेंट अपॉइंट करने के लिए परीक्षाओं की शुरुआत की.