World News: भारत के Anti Conversion Law से चिंतित क्यों है अमेरिका? समझिए पूरा मामला

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

International News: भारत और रूस के बीच गहरी होती दोस्ती के कारण अमेरिका को लगातार मिर्ची लग रही है. अब अमेरिका ने भारत को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्री ने हाल में ही कहा था कि भारत में हेट स्पीच के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में धर्म के नाम पर भेदभाव काफी बढ़ रहा है.

इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री भारत के एंटी कन्वर्जन लॉ को लेकर भी बयान दे डाला. अमेरिका के विदेश मंत्री ने कहा कि हम इसको लेकर चिंतित है. हालांकि, भारत के एंटी कंवर्जन लॉ को लेकर अमेरिका क्यों चिंतित है, इसपर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. आइए आपको बताते हैं कि अमेरिका को किस बात की परेशानी है.

दरअसल, भारत और रूस के बीच गहरी होती दोस्ती से अमेरिका चिढ़ा हुआ है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अमेरिका का कोई और नेता भी इस लॉ पर बयान दे सकता है. ऐसे में इससे हैरान होने की जरुरत नहीं है.

रूस पर अमेरिका ने लगाया है प्रतिबंध

रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध के कारण अमेरिका ने उसपर प्रतिबंध लगाए हैं. इसी के साथ अमेरिका ने दूसरे देशों से आग्रह किया है कि रूस के साथ आने वाले दिनों में कोई व्यापार समझौता ना करे. इसके उलट भारत अपने हितों का ध्यान रखते हुए अमेरिका की धमकियों को दरकिनार करते हुए रूस के साथ अपने व्यापारिक और राजनीतिक संबंध मजबूत किए हैं. भारत पिछले 2 साल से रिकॉर्ड सस्ती दरों पर रूस से तेल आयात कर रहा है. अब पीएम मोदी भी रूस के दौरे पर जा रहे हैं.

रूस से भारत आया कोयला

पहली बार रूस ने भारत को कोयला भेजा है. सबसे खास बात है कि अमेरिका के दुश्मन कहे जाने वाले ईरान का इस्तेमाल कर के रूस ने भारत को कोयला भेजा है. रूस ने ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट का इस्तेमाल करके नॉर्थ साउथ ट्रांजिट कॉरिडोर से कोयला भेजा है. इससे साफ है कि अमेरिका खुश तो होगा नहीं. ऐसा इसलिए क्यों कि रूस के इस कदम से ईरान का महत्व बढ़ेगा. भारत और रूस के बीच में एनर्जी ट्रेड भी हो रहा है. अमेरिका आधिकारिक तौर पर ये बोल चुका है कि भारत और रूस के बीच बढ़ती मिलिट्री इंगेजमेंट से वो चिंतित है. इतना ही नहीं भारत और रूस न्यूक्लियर एनर्जी पर साथ काम कर रहे हैं. अमेरिका इसको लेकर भी चिंतित है.

पीएम मोदी का रूस दौरा

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 08 जुलाई को रूस के दौरे पर जा सकते हैं. माना जा रहा है कि अमेरिका पीएम मोदी के रूस के दौरे से भी चिढ़ा हुआ है. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी का यह दूसरा रूस दौरा होने जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के रूस दौरे की जानकारी क्रेमलिन की तरफ से दी गई है और भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि इसका ऐलान किया जाएगा.

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