Britain Riots: ब्रिटेन इस समय हिंसा की आग में झुलस रहा है. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर फैली अफवाह के बाद से ब्रिटेन में हिंसा की आग जली और अब वह फैलती ही जा रही है. दक्षिणपंथी गुट जमकर उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. लंदन के मेनचेस्टर के साथ अन्य 20 से अधिक शहरों में इस समय जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. विरोध प्रदर्शन में अब तक 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
प्रदर्शन कर रहे लोग अवैध अप्रवासियों और शरणार्थियों का विरोध कर रहे हैं. दंगो के मामलों में अब तक पूरे देश से 400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि दंगाई मस्जिदों को निशाना बना रहे हैं. पिछले दिनों तीन बच्चियों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से धुर-दक्षिणपंथी लोगों के समूह ने एक मस्जिद को निशाना बनाया था.
मस्जिदों को क्यों बनाया जा रहा निशाना
ब्रिटेन में एक हफ्ते पहले सोशल मीडिया पर एक अफवाह फैली. इस अफवाह के कारण हिंसा भड़क उठी. भड़के प्रदर्शनकारियों ने ब्रिटेन की एक मस्जिद पर हमला बोला. इन मस्जिदों पर बोतलों, पत्थरों और पटाखों से हमला किया जा रहा है. खास कर के उपद्रवी पुलिस की गाड़ियों को भी निशाना बना रहे हैं, पुलिस की गई गाड़ियों को फूंका भी गया है. ब्रिटेन के पीएम स्टार्मर ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि मस्जिदों को प्रदर्शनकारी निशाना बना रहे हैं.
पुलिस की तैयारी
ब्रिटेन में पुलिस दंगाइयों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. पुलिस को इस बात का शक है कि दंगाई UK के आसपास 30 जगहों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं. लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस सेवा के चीफ ने बताया कि अधिकारियों का इमिग्रेशन लॉयर्स और सर्विसेज की सुरक्षा पर खास फोकस है. सुरक्षा के मद्देनजर हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. 1,300 स्पेशलिस्ट फोर्सेज लंदन में किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं. यूके के कमिश्नर मार्क रोवले का कहना है कि हम उन लोगों की रक्षा करेंगे, किसी भी क्षेत्र में हिंसा पूरी तरह से अस्वीकार्य है, हम इमिग्रेशन सिस्टम को डर के साये में नहीं रहने देंगे.
जानिए हिंसा की वजह
पिछले करीब एक हफ्ते से ब्रिटेन हिंसा की आग में झुलस रहा है. दक्षिणपंथियों ने कई कस्बों और शहरों को निशाना बनाया है. साउथ पोर्ट में 29 जुलाई को टेलर स्विफ़्ट की थीम डांस पार्टी में 3 छोटी बच्चियों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. इस हमले में 8 बच्चे घायल भी हो गए थे. दो बच्चे बुरी तरीके से घायल हो गई थे. इस घटना के बाद ये अफवाह फैल गई कि हमलावर राजनीतित शरण मांगने वाला मुस्लिम था, जो बोट के जरिए ब्रिटेन पहुंचा था. बस तभी से ब्रिटेन में अप्रवास और शरणार्थियों के खिलाफ दंगे शुरू हो गए.
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