नई दिल्ली। बालासोर में रेल हादसे के बाद एक तरफ जहां घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। वहीं घायलों की मदद के लिए बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। घायलों के जख्मों पर इंसानियत का मरहम लगाते हुए लोग अपने खून का एक-एक कतरा देने के लिए तैयार है। रक्तदान के लिए बालासोर के अस्पताल में भीड़ उमड़ रही है।
कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टर जयंत पांडा ने बताया कि रक्तदान के लिए बड़ी संख्या में लोग आगे आ रहे हैं। कल रात से बालासोर, भद्रक और कटक में 3000 यूनिट रक्तदान किया जा चुका है, लेकिन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही है। हमारी तरफ से घायलों को बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
जरूरत की इस घड़ी में दुर्घटना पीड़ितों को रक्तदान करने वाले स्वयंसेवकों को मुख्य सचिव जेना ने धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा, ‘बालासोर में रात भर में पांच सौ यूनिट रक्त एकत्र किया गया। वर्तमान में स्टॉक में नौ सौ इकाइयां हैं। इससे दुर्घटना पीड़ितों के उपचार में मदद मिलेगी। मैं व्यक्तिगत रूप से उन सभी स्वयंसेवकों का ऋणी और आभारी हूं, जिन्होंने एक नेक काम के लिए रक्तदान किया है। रक्तदान करने आए एक व्यक्ति ने कहा, “लोगों की स्थिति बहुत नाजुक है, कई लोग ऐसे हैं, जिनके हाथ-पैर नहीं है। मैंने रक्तदान कर दिया, जिससे किसी की जान बच सके और वे अपने घर जा सकें।”