नई दिल्ली: दुनिया के सबसे चर्चित मीडिया हाउस में से एक ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी (बीबीसी) इनकम टैक्स के निशाने पर आ गई है. ब्रिटिश मीडिया बीबीसी पर फरवरी में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का शिकंजा कसा था. बीबीसी के दिल्ली-मुंबई के दफ्तर आयकर विभाग के सर्वे के दायरे में आ गए. मीडिया कंपनी पहले लगातार टैक्स चोरी के आरोपों से इनकार करती रही, लेकिन अब उनसे पूर्व में कम टैक्स भरने की बात को कूबूल कर लिया है.
दरअसल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इसी साल फरवरी में बीबीसी पर टैक्स सर्वे किया था, जिसमें 2016 से टैक्स चोरी पकड़ी गई थी. पहले इंकार करने वाली मीडिया कंपनी ने अब स्वीकार कर लिया है कि वो उसने 2016 से कम टैक्स दिया है. सरकार के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक BBC ने स्वीकार कर लिया है कि उनसे देनदारी से कम टैक्स पे किया है. इनकम टैक्स विभाग के निशाने पर आने के बाद अब BBC ने बकाया टैक्स अदायगी की अर्जी दी है. उन्होंने अब तक सिर्फ अर्जी दी है, पेमेंट नहीं किया है.
BBC ने वर्ष 2016 से लेकर 2022 तक के बीच 40 करोड़ रुपये कम टैक्स भरे. BBC ने न केवल कम टैक्स देने की बात को स्वीकार किया है, बल्कि उसने 40 करोड़ रुपये टैक्स जमा करने के लिए भी अर्जी दी है. मीडिया कंपनी के मुंबई-दिल्ली स्थित दफ्तरों की छानबीन के बाद टैक्स चोरी के कई सबूत मिले थे. अपको बता दें कि BBC इंडिया, BBC यूके की होल्डिंग वाली कंपनी है. भारत में इसके रीजनल और नेशनल मीडिया प्रोडक्शन का काम करते है. टैक्स चोरी के आरोपों को लेकर कंपनी का कहना है कि वह इनकम टैक्स विभाग का सर्वे में सहयोग करेंगे.
आपको बता दें कि गुजरात दंगे पर आधारित ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’डॉक्यूमेंट्री बनाने के बाद बीबीसी के खिलाफ आयकर विभाग का शिकंजा कसा था. तब इनकम टैक्सा विभाग ने बीबीसी के दिल्ली और मुंबई के दफ्तर पर छापेमारी की थी. तब ये चर्चा हुई थी कि बीबीसी को दबाने का प्रयास हो रहा है, लेकिन अब बीबीसी ने कम टैक्स देने की बात कही है. कंपनी ने पूरा टैक्स भरने का वादा भी किया है. इस मामले में बीबीसी ने इनकम टैक्सक विभाग को लेटर ऑफ इंटेट भी दिया है.