कानपुर. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी IIT कानपुर के इनोवेशन देश नहीं, बल्कि दुनिया में एक अलग पहचान रखते हैं. IIT कानपुर ने टेक्नोलॉजी, मेडिकल के क्षेत्र और नये स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम किया है. इसके परिणामस्वरूप IIT कानपुर के नाम एक और उपलब्धि जुड़ी है. यूं तो देश में तकनीकी शिक्षा के कई बड़े संस्थान हैं, लेकिन इनोवेशन के मामले में IIT कानपुर भारत में सबसे अव्वल शिक्षण संस्थान बन कर उभरा है.
NIRF रैंकिंग 2030 में IIT कानपुर को इनोवेशन के मामले में पहला स्थान मिला है. यह IIT कानपुर के लिए गर्व की बात है. आईआईटी कानपुर लगातार अपने इनोवेशन को लेकर देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में नई छाप छोड़ रहा है. NIRF 2030 के परिणाम में भी IIT कानपुर का जलवा देखने को मिला है. IIT कानपुर ने इनोवेशन श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया है. साथ ही, इंजीनियरिंग की सैलरी में देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है.
‘इनोवेशन’ कैटेगिरी में मिला है टॉप रैंक
IIT कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने कहा कि यह उपलब्धि IIT कानपुर के नवाचार तंत्र की उल्लेखनीय वृद्धि का एक वसीयतनामा है. हमारे यहां इनक्यूबेशन सेंटर के द्वारा नये-नये इनोवेशन को तैयार करने के लिए काफी काम किया गया है. इसका ही परिणाम है कि देश में IIT कानपुर इनोवेशन की सूची में नंबर वन संस्थान बन कर उभरा है.
उन्होंने कहा कि हमारे इनक्यूबेशन सेंटर ने साइबर सिक्योरिटी ब्लॉक किया. इन डिफेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनटेक ग्रीन टेक एग्रीटेक और प्रिंट एक जैसे सबसे आधुनिक तकनीकों में स्टार्टअप को तेजी से तैयार किया है.