Bihar: सोन नदी के ऊपर बने नसरीगंज-दाऊदनगर पुल के एक नंबर पिलर और स्लैब के बीच एक 11 वर्षीय बच्चा फंस गया। गैप के बीच बच्चे का हाथ दिखाई दे रहा है। बीच-बीच में उसके रोने की आवाज सुनाई दे रही है। 24 घंटे बाद भी बच्चे को बाहर नहीं निकाला जा सका है। गुरुवार की सुबह फिर से बच्चे को रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है। एसडीआरएफ की टीम ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मौके पर पहुंची है। पुल के ऊपरी हिस्से को तोड़कर बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
थानाध्यक्ष सुधीर कुमार का कहना है कि बच्चा दो दिन से लापता था। परिजनों द्वारा बच्चे की खोजबीन की जा रही थी, तभी रास्ते से गुजर रही एक महिला ने बच्चे के रोने की आवाज सुन लोगों को सूचना दी गई। इसके बाद स्थानीय लोगों सहित प्रशासन घटनास्थल पर पहुंच गया। प्रशासन बचाव कार्य में जुट गया। फिलहाल बच्चे को नहीं निकाल जा सका है।
बच्चे के सकुशल बाहर निकलने के लिए पिता कर रहा प्रार्थना
जिंदगी और मौत से जूझ रहे 11 वर्षीय बच्चा खिरिआवं गांव निवासी शत्रुध्न प्रसाद उर्फ भोला का पुत्र रंजन कुमार है। वह पिछले दो दिन से लापता था। बच्चा मानसिक रूप से कमजोर है। परिवार के लोग लगातार इधर-उधर उसकी तलाश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने रस्सी और सीढ़ी के सहारे बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। मौके पर मौजूद पिता बच्चे के सकुशल बाहर निकलने के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है।
घटनास्थल पर नसरीगंज बीडीओ मो. जफ़र इमाम, सीओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल व ग्रामीण मौजूद है। एसडीएम उपेंद्र पाल भी घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों को शीघ्र रेस्क्यू करने का निर्देश दिया है। पुल के पाया के अंदर 24 घंटेसे फंसे बालक को कुछ भी होने की आशंका जताई जा रही है।