सिहोरः सिहोरा के मुगावली गांव में बीते दिनों ढाई वर्ष की सृष्टि खेलते समय करीब 300 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गई. मासूम 110 फीट नीचे चली गई. लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, अभी भी बच्ची बोरवेल के गड्ढे से बाहर आ निकाली जा सकी है. यह दुर्घटना मंगलवार 6 जून को दोपहर 1:15 बजे हुई थी.
दिल्ली और जोधपुर की एक्सपर्ट टीम करेगी रेस्क्यू
बीते तीन दिनों से एनडीईआरएफ व एसडीईआरएफ की टीम बच्ची को सकुशल बाहर निकालने के लिए अथक प्रयास कर रही है, लेकिन इसके बावजूद भी सफलता नहीं मिली. वह फेल हो गए. वहीं, अब बच्ची को गढ्ढे से निकालने के लिए दिल्ली और जोधपुर से एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई है. टीम आज सीहोर पहुंचकर बच्ची को रेस्क्यू करेगी. हालांकि, विशेषज्ञों के पहुंचने से पहले मासूम को निकालने के लिए अभी तक प्रयास जारी हैं.
आर्मी जवान 300 फीट गहरे बोरवेल में सौ फीट की दूरी पर फंसी सृष्टि को रॉड हुक से 90 फीट तक ऊपर ले आए थे, लेकिन दस फीट पहले वह छूटकर गिर गई. जानकारी के अनुसार, सृष्टि फिसलकर करीब 150 फीट नीचे पहुंच गई है। इसके बाद भी सेना ने बच्ची को निकालने का प्रयास किया, लेकिन असफल रही. वहीं दो रॉक ड्रिल मशीन से गड्ढे खोदे जा रहे हैं.
मासूम सृष्टि को निकालने के लिए लगातार टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं. बच्ची के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया. सृष्टि बोरवेल में लगभग करीब 100 फीट की गहराई में थी, जिसके बाद जिला प्रशासन ने सेना को बुलाकार राहत-बचाव का कार्य किया. उन्होंने मासूम को निकालने के लिए रॉड हुक से का इस्तेमाल किया.
आज पहुंचेगी जोधपुर व दिल्ली टीम
जिसके बाद सृष्टि हुक में फसकर 90 फीट तक ऊपर आकर फिसल गई और करीब 150 फीट नीचे जाकर फंस गई, जिसके बाद सेना ने दूसरी बार प्रयास नहीं किया. जिला पंचायत के सीईओ ने जानकारी दी कि सेना व दोनो दलों के पास जो यंत्र व तकनीक है, वह काम नहीं कर रही है. सृष्टि को रेस्क्यू करने के लिए जोधपुर व दिल्ली टीम को बुलाया गया है. यह दोनों टीमें रेस्क्यू करने में माहिर हैं। दोनों टीमें आज घटनास्थल पर पहुंच कर बच्ची को रेस्क्यू करेंगी।