G-20 Summit: यूपी के वाराणसी में होने जा रहे जी-20 शिखर (G-20 Summit) सम्मेलन के लिए डेलीगेट्स पहुंचने लगे हैं.भारतीय परम्परानुसार सभी का स्वागत किया जा रहा है. जी-20 देशों के डेवलपमेंट मिनिस्टर्स का स्वागत विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे. मालूम हो कि आर्थिक व सामाजिक विकास मंत्रियों की मीटिंग होनी है, जिसमें आर्थिक मंदी के साथ ही विकासशील देशों पर बढ़ रहे कर्ज के बोझ और जलवायु परिवर्तन सहित कई और मुद्दों पर चर्चा की जानी है. फिलहाल इसोबेल कोलमैन, उप प्रशासक, यूएसएआईडी (यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) जी-20 में हिस्सा लेने के लिए वाराणसी हवाई अड्डे पर पहुंची हैं, उनका जोरदार स्वागत किया गया है.
मालूम हो कि जी-20 की बैठक के लिए वाराणसी सजकर पूरी तरह से तैयार हो चुका है. वाराणसी में 11 जून को जहां प्रदेश सरकार की तरफ से डेलीगेट्स के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया है. रविवार को ही क्रूज के जरिए विदेशी अतिथि गंगा आरती की मनोरम छंटा भी देखेंगे. 12 जून को डेवलपमेंट मिनिस्टर्स की मीटिंग होगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए जुड़ेंगे. जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए ऑर्नामेंटल टॉवर्स से बनारस जगमगा उठा है. ऐसा माना जा रहा है कि विकास मंत्रियों की बैठक में जी-20 देशों के बीच कूटनीतिक संबंध मजबूत होंगे.
मालूम हो कि जी-20 शिखर सम्मेलन 11 से 13 जून तक आयोजित होगा. इस सम्मेलन के लिए वाराणसी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. शहर के प्रमुख सड़क, चौराहा/तिराहा, भवनों, पार्को आदि को आकर्षक रंग-बिरंगी लाइट्स से डेकोरेट किया गया है. सड़कें नीट एंड क्लीन दिखायी दे रही हैं.
सड़कों पर पशु-पक्षियों के मॉडल बनाए गए हैं. ऑर्नामेंटल टॉवर्स से जगमग, रंग-बिरंगी तस्वीरें से सजे अपने शहर को देख लोग स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. विदेशी मेहमानों की मेहमाननवाजी की ऐसी तैयारी देख हर कोई वाह-वाह करने को विवश हैं.
शनिवार को ही वाराणसी पहुंच गए थे विदेश मंत्री
दुनिया की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाले 20 देशों के मंत्री समूह रविवार से तीन दिन तक वाराणसी में शहरी विकास पर मंथन करेंगे. इस बैठक के नेतृत्व के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को चार दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंच चुके हैं. विकास मंत्रियों की बैठक में इन देशों के बीच कूटनीतिक संबंध मजबूत होगा. जी-20 देशों के विकास मंत्री अपने-अपने देशों के विकास मॉडल और तकनीक का आदान-प्रदान करेंगे. बता दे कि इससे पहले अप्रैल में भी काशी में जी-20 की बैठक हुई थी.