नई दिल्लीः उद्योगपति सुजीत पाटकर के खिलाफ धन शोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को मुंबई में 15 स्थानों पर छापेमारी की. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. अधिकारी ने कहा कि पाटकर और उसके तीन सहयोगियों ने महामारी के दौरान कोविड-19 क्षेत्र अस्पतालों के प्रबंधन के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के ठेके कथित रूप से फर्जी तरीके से हासिल किए थे. सुजीत पाटकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत के करीबी माने जाते हैं.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 अस्पताल प्रबंधन के ठेकों के संबंध में बीएमसी के कुछ अधिकारियों और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी संजीव जायसवाल समेत अन्य लोगों के परिसरों पर ये छापेमारी की जा रही है.
यहां आजाद मैदान थाने में लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज कंपनी, पाटकर और उसके तीन सहयोगियों के खिलाफ पिछले वर्ष अगस्त में जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था. अधिकारी ने कहा कि प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने धनशोधन के पहलू से जांच के लिए मामला दर्ज किया था. बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल महामारी के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं के ठेके देने में कथित अनियमितताओं के संबंध में इस वर्ष जनवरी में ईडी के सामने पेश हुए थे.
गुजरात और दमन में भी ED की दबिश, 1.62 करोड़ रुपये जब्त
ईडी ने अपराधी सुरेश जागूभाई पटेल और उसके सहयोगियों के नौ आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों की तलाशी के दौरान 1.62 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की, जिसमें 2000 रुपये के मुद्रा नोटों में 1 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी, 100 से अधिक संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज, पावर ऑफ अटॉर्नी, फर्मों/कंपनियों/प्रतिष्ठानों और नकद लेन-देन से संबंधित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य व 3 बैंक लॉकर की चाबियां शामिल हैं. दमन और गुजरात के वलसाड में ईडी ने यह कार्रवाई की है.