बाराबंकी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (Barabanki) में बाहुबली मुख्तार अंसारी की एमपी-एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर मामले में पेशी हुई. जानकारी के मुताबिक बांदा जेल में बंद मुख्तार की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी की गई. दरअसल, पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी ने सबसे पहले कोर्ट के विशेष न्यायधीश कमलकांत श्रीवास्तव को अपना हाथ उठाकर सलाम किया. इसके बाद मामले की सुनवाई शुरू हुई.
मुख्तार के अधिवक्ता ने दी जानकारी
इस मामले में मुख्तार के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कराने वाले इंस्पेक्टर सुरेश पांडेय का बयान दर्ज किया गया. वहीं, कोर्ट में जिरह के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने थोड़ा और मौका मांगा है. अब इस मामले की सुनवाई आगामी 12 जुलाई को होगी.
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आपको बता दें कि मामले में रामनगर कोतवाल सुरेश पांडेय का पूरा बयान दर्ज नहीं हो सकता. बयान दर्ज न होने पर उन्हें 12 जुलाई को बयान देने के लिए बुलाया गया है. दरअसल, फर्जी दस्तावेज के आधार पर एंबुलेंस रजिस्टर्ड कराने के मामले में 25 मार्च 2022 को शहर कोतवाली के तत्कालीन इंस्पेक्टर सुरेश पांडेय ने मुख्तार और उसके 12 साथियों पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था. फिलहाल, ये मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है. इस मामले में आरोप तय होने के बाद अब गवाही हो रही है.
एंबुलेंस मामले से जुड़े हैं तार
दरअसल, पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी को जिस एंबुलेंस से पेशी के लिए लाया जाता था, वो एंबुलेंस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डा. अलका राय के फर्जी पते पर रजिस्टर्ड थी. मामला सामने आने के बाद तत्कालीन एआरटीओ पंकज सिंह की तहरीर पर 31 मार्च 2021 को धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया.
तब गैंगस्टर के तहत दर्ज कराया गया था मामला
इसी मामले में 25 मार्च 2022 को तत्कालीन शहर कोतवाल सुरेश पांडेय ने मुख्तार और उसके 12 अन्य साथियों के खिलाफ गैंगस्टर का मामला दर्ज कराया. बता दें कि गैंगस्टर मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई चल रही है, जबकि फर्जी एंबुलेंस का मामला एसीजेएम कोर्ट 19 में चल रहा है. सूत्रों की अब इस मामले में गवाही और साक्ष्य प्रस्तुत करने की प्रक्रिया और तेज हो सकती है, ताकि जल्द सजा का ऐलान हो सके.