Sawan 2023: आलता का सीधा संबंध हिंदू धर्म से है. क्योंकि कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण स्वयं राधा के हाथ-पैर थपथपाते थे. इसी वजह से इसे लगाना भी बेहद शुभ माना जाता है. आपको बता दें, आलता का प्रयोग खासतौर पर शादीशुदा महिलाएं करती हैं और इसे सुहाग की निशानी के तौर पर भी देखा जाता है. सावन का महीना चल रहा है.
सावन माह में महिलाएं महादेव और माता गौरी की पूजा करते समय 16 श्रृंगार का करती है. इन्हीं 16 श्रृंगार में आलता भी शामिल है. आलता लगाने से ना सिर्फ विवाहित महिला का 16 श्रृंगार पूरा होता है, साथ ही में पैरों की खूबसूरती भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है. आज के इस लेख में हम विवाहित महिलाओं को आलता के कुछ डिजाइन दिखाने वाले है, जिन्हे लगाकर वो अपनी खूबसूरती में चार चांद लगा सकती है.
दो रंगों से बनाएं डिजाइन
सावन का महीना चल रहा है, ऐसे में अगर आप आलता लगाने की सोच रही है, तो सफेद रंग की कुमकुम के साथ ऐसा डिजाइन बना सकती हैं. ये देखने में काफी खूबसूरत लगता है.
मेहंदी के साथ आलता
अगर आप पैरों में मेहंदी के साथ आलता लगाने की सोच रही है, तो ये डिजाइन आपके लिए परफेक्ट है. इससे आपकी मेहंदी की खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ जाएगी.
मोटी बेल
अगर आप अपनी खूबसूरती में चार चांद लगाना चाहती है, तो इस तरह से गाढ़े-गाढ़े आलते से आप पैरों में बेल बना सकती हैं. ध्यान रहे, ये बेल थोड़ी मोटी होनी चाहिए, तभी ये खूबसूरत दिखेगी.